जगन्नाथपुरी धाम चार धाम में से एक गिना जाता है
ओडिशा में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा निकाले जाने के अवसर पर यहां लाखों श्रद्धालु जमा हुए। इस दिन भगवान जगन्नाथ, भगवान बलराम और देवी सुभद्रा तीन किलोमीटर दूर अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं। तीनों को गुंडिचा मंदिर तीन बड़े भव्य रथों में ले जाया जाता है, जिसे श्रद्धालु खींचते हैं।
नौ दिवसीय धार्मिक उत्सव की शुरुआत शनिवार को यहां हरि बोला और करताल की ध्वनियों के साथ धूमधाम से हुई।श्रद्धालु तीनों देवताओं की झलक पाने के लिए 12वीं शताब्दी के मंदिर के बाहर इंजताज कर रहे थे, जहां तीनों देवताओं की पहांडी (धार्मिक जुलूस) शुरू हो गई है।इन देवताओं को उनके रथों में बिठाने के बाद, पुरी गजपति दिव्य सिंह देव ने रथ पर ‘छेरा पनहारा’ नामक अनुष्ठान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी
उसके बाद रथों को श्रद्धालुओं ने खींचना शुरू किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को रथयात्रा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “रथयात्रा के पवित्र अवसर पर बधाई। भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से, हमारा देश नई ऊचांइयों को छूए। सभी भारतीय खुश और समृद्ध हों। जय जगन्नाथ।
वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट किया, “पवित्र रथयात्रा के मौके पर बधाई। भगवान जगन्नाथ हमें शांति, समृद्धि और एकता के रास्ते पर अग्रसर करें। ओडिशा के पुलिस महानिदेशक आर.पी.शर्मा ने कहा कि रथयात्रा के शांतिपूर्वक आयोजन के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं