क्या ये हमला कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर डाल सकता है?
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों अमेरिका दौरे पर है। जहां वो न्यूयार्क स्थित एक न्यूजवीक के सीईओ देव प्रगद को दिए गए इंटरव्यू के दौरान पहलगाम हमलें को लेकर कई बड़े खुलासे किए। इस बीच एस जयशंकर ने कहा कि इसी साल 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमला पाकिस्तान की सोची समझी साजिश का हिस्सा था। जहां 26 निर्दोष लोगों को उनका धर्म पूछकर मार दिया गया। पैंट उतारकर उनका धर्म चेक करके उनके साथ बर्बरता की गई। पहलगाम आतंकी हमला एक आर्थिक युद्ध था। पाकिस्तान और आतंकियों का मकसद जम्मू कश्मीर के पर्यटन को तबाह करना था। वहां डर का माहौल पैदा करके जम्मू कश्मीर से अमन चैन छीनना था।
एस जयशंकर ने पहलगाम पर किए बड़े खुलासे
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयार्क की प्रसिद्ध पत्रिका न्यूजवीक के सीईओ देव प्रगाद के साथ मैनहट्टन में 26/11 स्मारक के पास बने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थित मुख्यालय में पहलगाम हमलें को लेकर विस्तार से चर्चा करते हुए बड़े खुलासे किए। जयशंकर ने बताया कि भारत में पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान से प्रेरित कई आतंकवादी हमले हुए हैं और 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देश में यही भावना है कि अब बहुत हो गया। भारत अब आतंकवाद और उसके रहनुमाओं को बर्दास्त नहीं करेगा। पहलगाम आतंकवादी हमले का उद्देश्य कश्मीर में पर्यटन को तबाह करना था। जो वहां की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। इसका उद्देश्य धार्मिक हिंसा को भड़काना भी था, क्योंकि लोगों को मारने से पहले उनसे उनके धर्म के बारे में पूछा गया था। इसलिए हमने तय किया कि हम आतंकवादियों को दंडित किए बिना नहीं छोड़ सकते। वे सीमा के उस तरफ हैं और इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती।
आतंकवाद पर भारत सीधा हमला करेगा
आपकों बता दें कि एस जयशंकर अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं और मंगलवार को क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए वॉशिंगटन गए हैं। वहां एस जयशंकर ने कहा कि मेरा मानना है कि आतंकवाद वास्तव में सभी के लिए खतरा है। जयशंकर ने कहा कि हम बहुत स्पष्ट हैं कि आतंकवादियों को कोई छूट नहीं दी जाएगी। हम अब उन पर परोक्ष रूप से नहीं बल्कि सीधा हमला करेंगे और उस सरकार को भी नहीं छोड़ेंगे , जो उनका समर्थन, वित्तपोषण और उन्हें बढ़ावा देती है। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि भारत के खिलाफ हमलों को अंजाम देने वाले पाकिस्तान के आतंकवादी गुप्त रूप से काम नहीं करते हैं और इन आतंकी संगठनों के पाकिस्तान के घनी आबादी वाले शहरों में कॉरपोरेट मुख्यालय सरीखे ठिकाने हैं हर कोई जानता है कि संगठन ‘ए’ और संगठन ‘बी’ का मुख्यालय क्या है और ये वे मुख्यालय हैं, जिन्हें भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पहलगाम हमले का बदला लेना था।
सीजफायर को लेकर क्या बोल जयशंकर
न्यूजवीक के सीईओ ने जब एस जयशंकर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर वाले बयान को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा ट्रंप का सीजफायर का दावा पूरी तरह से खारिज है। मैं उस समय वहीं कमरे में मौजूद था। जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने नौ मई की रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी और कहा था कि अगर हमने बातें नहीं मानीं तो पाकिस्तान भारत पर बहुत बड़ा हमला करेगा। मोदी ने संकेत दिया कि इसका जवाब दिया जाएगा। अगली सुबह विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाक के बातचीत को तैयार होने की बात कही थी। भारत ने साफ कर दिया था कि पाकिस्तान के आतंकवाद का जवाब देने के लिए भारत किसी भी प्रकार का परमाणु ब्लैकमेलिंग बर्दास्त नही करेगा। ऑपरेशन सिंदूर अभी स्थगित हुआ है। बंद नहीं किया गया है। अगर दोबारा कायराना हरकत होती है तो फिर से जवाब दिया जाएगा।