11 सितंबर 2025 की सुबह बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर के पास फायरिंग की खबर ने सनसनी फैला दी थी। शुरुआती जांच में पता चला कि यह फायरिंग गोल्डी बरार व रोहित गोदारा गैंग से जुड़े शूटरों ने की थी। हालांकि पहले दिन केवल हवाई फायरिंग की गई थी, ताकि इलाके में दहशत फैलाई जा सके।
दिल्ली पुलिस ने अब दावा किया है कि पहले दिन फायरिंग करने वाले दो शूटर नकुल और विजय को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन दोनों पर बरेली पुलिस ने एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
शूटरों की गिरफ्तारी और बरामदगी
दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद दोनों के पास से हथियार बरामद किए हैं। उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि ये दोनों बागपत जिले के रहने वाले हैं और गोल्डी-रोहित गैंग के नए सदस्य थे।
बरेली के एडीजी जोन रमित शर्मा ने बताया कि बरेली पुलिस की टीम दिल्ली से संपर्क कर रही है और दोनों शूटरों का बी वारंट लेने की प्रक्रिया जारी है। उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी, ताकि गैंग की साजिश की परतें खोली जा सकें।
फायरिंग की पूरी कहानी
सूत्रों के अनुसार, 11 सितंबर की रात को दिशा पाटनी के घर से कुछ दूरी पर इन दोनों शूटरों ने एक ही गोली हवा में चलाई थी। इस दौरान पाटनी परिवार को इस घटना का पता नहीं चला। अगली सुबह पड़ोसी ने कारतूस का खोखा दिखाया, तब जाकर इलाके में चर्चा हुई।
फिर गोल्डी बरार और रोहित गोदारा गैंग ने अपने मुख्य शूटरों रविंद्र और अरुण को अगले दिन फायरिंग करने का आदेश दिया। उन्होंने वास्तविक फायरिंग कर इलाके में गैंग की दहशत फैलाने का काम किया।
पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई
घटना के बाद बरेली पुलिस ने तुरंत इनपुट जुटाकर एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को सौंपा। इसके बाद संयुक्त टीम ने गाजियाबाद में मुठभेड़ के दौरान रविंद्र और अरुण को ढेर कर दिया।
अब दिल्ली पुलिस द्वारा नकुल और विजय की गिरफ्तारी के साथ ही इस गैंग की नयी साजिशें सामने आने लगी हैं। पुलिस को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान इनसे और बड़े खुलासे होंगे।
गैंग की रणनीति और पुलिस की चुनौती
विशेषज्ञों का मानना है कि गोल्डी बरार और रोहित गोदारा जैसे अपराधी गैंग नए और युवा शूटरों को शामिल कर अपनी पकड़ बढ़ा रहे हैं। छोटे अपराधों से शुरुआत कर इनसे बड़ी वारदातें कराई जाती हैं।
दूसरी ओर पुलिस के लिए यह चुनौती है कि ऐसे गैंग के नए चेहरों को पहचानना मुश्किल हो जाता है। हाल की गिरफ्तारियां यह संकेत देती हैं कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ही इन गिरोहों पर रोक लगा सकती है।
स्थानीय लोगों में दहशत और सुरक्षा की मांग
दिशा पाटनी के घर के पास हुई इस फायरिंग से स्थानीय निवासियों में दहशत है। लोग मांग कर रहे हैं कि पुलिस इस इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ाए और ऐसे गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
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