क्यों रूस ने इतना बड़ा हमला किया है और इसका मकसद क्या है
पिछले तीन सालों से चली आ रही जंग पर बहुत जल्द ब्रेक लगने वाला है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि बहुत जल्द यूक्रेन के कुछ शहर रुस से मिल जायेंगे। जिसे देखते हुए पुतिन ने मिशन अगस्त चलाया है। उनका मानना है कि रूस अब यूक्रेन पर कुछ बड़ा करने जा रहा है। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि रूस और यूक्रेन युद्ध दो महीनों के अंदर थम सकता है। वहीं रूसी सेना ने बीते रविवार को एक बार फिर से यूक्रेन की धरती को दहलाकर रख दिया। इससे पहले रूसी सेना ने शनिवार को भी यूक्रेन के कई शहरों में भीषण हमलें किए। रूस ने यूक्रेन पर 587 ड्रोन और मिसाइलें दागी। जिसके जवाब में यूक्रेन ने कई 226 ड्रोन को नष्ट करके नुकसान को कम किया। उधर रूस ने डोनेस्क क्षेत्र के नोवोऊक्रेन गांव को कब्जा करने का दावा भी किया है।
रूसी हमलों से दहले यूक्रेन के कई शहर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने निर्णायक जंग का एलान करते हुए ,यूक्रेन पर हमलें तेज कर दिए हैं। पुतिन अगले दो महीनों के अंदर इस जंग को निर्णायक मोड़ पर ले जाना चाहते हैं। इसलिए पुतिन ने मिशन अगस्त शुरू कर दिया है। रूस ने यूक्रेन को फिर से सहलाना शुरू कर दिया है। रूस ने शनिवार देर रात यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। रूस ने यूक्रेन पर कुल 537 ड्रोन व मिसाइलें दागीं। यूक्रेनी वायु सेना ने रविवार को एक बयान में कहा, रूस ने कुल 537 ड्रोन और मिसाइलें दागीं, जिनमें 477 ड्रोन और 60 मिसाइलें थीं। 249 को मार गिराया गया। यूक्रेनी वायु सेना के एक अधिकारी ने बताया कि रुस की तरफ से ड्रोन-मिसाइलों को मिलाकर यह युद्ध की शुरुआत से अब तक का सबसे बड़ा हमला था। यह हमला यूक्रेन के कई क्षेत्रों को निशाना बनाकर किया गया। रूस ने दावा किया कि उसने डोनेत्स्क क्षेत्र के नोवोउक्रेनका गांव पर नियंत्रण पा लिया है। करीब एक हजार किमी लंबी फ्रंटलाइन पर रूसी सेना आगे बढ़ रही है।
रुस की नजर यूक्रेन के पोक्रोवस्क शहर पर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए यूक्रेन का पोक्रोवस्क शहर युद्ध की असल वजह बनने जा रहा है। यूक्रेन भी किसी भी कीमत पर इस शहर को खोना नहीं चाहता। पुतिन ने भी पोक्रोवस्क शहर को रूसी नक्शे में शामिल करने का मन बना लिया है। जिसकी वज़ह से रुस ने यूक्रेन पर फिर से हमले कर रहा है। यही नहीं रूस ने पोक्रोवस्क शहर में अपने एक लाख दस हजार सैनिकों को उतार दिया है। इन सबके बावजूद यूक्रेन को किसी भी बात कर डर नहीं सता रहा। और उसने रूस के आगे हथियार ना डालने की कसम भी खा रखी है। इसलिए तो
पोक्रोवस्क में यूक्रेन और रूस सेना आमने – सामने हैं। बॉर्डर पर यूक्रेनी सेना रूसी सेना को रोक रही है। जबकि रूस ने कब्जा करने के लिए नई चाल चल दी है। जानकारी के मुताबिक रूसी सेना पोक्रोवस्क शहर में घुसने के लिए सीधे हमले करने की बजाय दक्षिणी और पूर्वी दिशा से एंट्री कर रही है।
पोक्रोवस्क शहर रूस और यूक्रेन के लिए क्यों है अहम
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक तरफ पोक्रोवस्क शहर को कब्जा करने के लिए जंग को नई धार दे दी है। तो वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडीमीर जेलेंस्की भी किसी भी कीमत पर पोक्रोवस्क को खोना नहीं चाहते हैं। वैसे तो पोक्रोवस्क शहर बहुत छोटा है लेकिन भौगोलिक दृष्टि को देखते हुए यह यूक्रेन के लिए बहुत अहम है। क्योंकि इस जंग में पोक्रोवस्क शहर ने यूक्रेन का बहुत साथ दिया है। यूक्रेन के ज्यादातर सप्लाई रूट से लेकर सेना के डिफेंस सपोर्ट इसी शहर से होकर गुजरता है। युद्ध से पहले पोक्रोवस्क शहर में लगभग 60 हजार लोग रहते थे। लेकिन रूसी हमलों के बाद यह शहर खंडहर बन चुका है। कुछ लोग मारे गए तो कुछ छोड़कर दूसरे स्थान पर चले गए। इस शहर की फेमस कोयला खदान भी बंद हो चुकी है। पोक्रोवस्क पर कब्जा करके रूस यूक्रेन की सप्लाई तोड़ना चाहता है। साथ ही शहर के लोगों के अंदर रूस का आत्मविश्वास भी जगाना चाहता हैं।
F – 16 पायलट की हुई मौत
रुस ने रविवार को जब एक साथ 537 ड्रोन और मिसाइलें दागी तो बचाव में एफ 16 के लड़ाकू विमान के पायलट की मौत हो गई। हमले की जानकारी यूक्रेनी सेना ने दी। यूक्रेनी वायु सेना ने बताया कि पश्चिमी देशों से मिले एक एफ-16 लड़ाकू विमान कई हवाई लक्ष्यों को मार गिराने के दौरान क्षतिग्रस्त होकर गिर गया और पायलट की मौत हो गई। सेना ने कहा कि हमले में यूक्रेन के कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। वहीं रूस ने हमलें कहां किए इसे लेकर गवर्नर ओलेक्सांद्र प्रोकोडिन ने बताया, खेरसॉन में एक व्यक्ति ड्रोन हमले में मारा गया। खारकीव में कार पर ड्रोन गिरने से एक की मौत हो गई। लवीव के ड्रोहोबिच शहर में ड्रोन हमले से औद्योगिक इकाई में भीषण आग लग गई। चेरकासी में छह लोग घायल हैं।