घटना का सार
महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।
महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नती अभियान (उमेद योजना) की प्रभाग समन्वय अधिकारी रेणुका रणवीर आत्राम (30) को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई 11 अगस्त 2025 को वाडा में की गई।
क्या है पूरा मामला?
ACB के अनुसार, 32 वर्षीय शिकायतकर्ता उमेद योजना में समुदाय प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत थी।
उसे ₹19,800 का मानधन चेक मिला था, लेकिन इस चेक को प्राप्त करने के लिए रेणुका आत्राम ने ₹10,000 की रिश्वत की मांग की।
शिकायत मिलने के बाद ACB ने जाल बिछाकर आरोपी को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई। तयशुदा समय पर, रेणुका आत्राम रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
ACB की टीम ने पुलिस निरीक्षक राकेश डांगे और पुलिस उप अधीक्षक दादाराम करांडे के नेतृत्व में वाडा में छापेमारी की।
इस पूरे ऑपरेशन में ACB ठाणे परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक शवराज पाटील और अपर पुलिस अधीक्षक सुहास शिंदे का मार्गदर्शन रहा।
आगे की कार्रवाई
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वाडा पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।
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आरोपी को अदालत में पेश करके जांच आगे बढ़ाई जाएगी।
ACB ने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी भी सरकारी कार्यालय में रिश्वत की मांग की जाती है, तो वे तुरंत ACB को शिकायत दर्ज कराएं।
📞 संपर्क विवरण:
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ACB पालघर कार्यालय: 02525-297297
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टोल-फ्री नंबर: 1064
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पुलिस उप अधीक्षक दादाराम करांडे: 8983217679
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि महाराष्ट्र ACB भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है।
पिछले कुछ महीनों में कई सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।
यह घटना सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
यदि आपके साथ भी कभी ऐसी घटना हो, तो डरे बिना ACB को सूचित करें, ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके।
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