जिला समाहरणालय के समक्ष नागरिकता कानून के खिलाफ 10 जनवरी से शुरू सत्याग्रह आंदोलन 24 वें दिन भी जारी रहा। इसे संबोधित करते हुए भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि अपना डिग्री नहीं दिखाने वाले जनता को कागज दिखाने के लिए कह रहे हैं। मोदी सरकार महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कालाधन, गिरती अर्थव्यवस्था से ध्यान भटकाने के लिए जनता के बीच जानबूझकर भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है। सदन में कहते हैं एनआरसी लाएंगे और दूसरे रामलीला मैदान में कहते हैं एनआरसी नहीं लाएंगे। उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है कि सरकार नागरिकता कानून के बारे में झूठ बोलकर महात्मा गांधी को घसीट रही है। सरकार जानबूझकर साहिनबाग के आंदोलन को बदनाम कर रही है। सरकार को जबाब देते हुए देश की जनता ने देश में सैकड़ों शाहीनबाग तैयार कर लिए। दीपंकर ने कहा कि दिल्ली में भाजपा के मंत्री गोली मारो कहते हैं और पहले से तैयार बैठे संघ एवं हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ता तमंचा लेकर गोली मारते फिर रहे हैं और बेशर्म की तरह भाजपा सरकार उसे बचाने की कोशिश में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून से ज्यादा बिहार और बंगाल के लोग प्रभावित होंगे।जो लोग जगे हुए हैं वे लड़ रहे हैं और हमें सोए हुए लोगों को भी जगाना है। बिहार के नीतीश कुमार को कुर्सी कुमार बताते हुए कहा कि नीतीश भाजपा की बी टीम हैं। हरियाली के नाम पर नीतीश घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। जानबूझकर गरीब- भूमिहिनों को पोखरे की भिंड से उजाड़ा जा रहा है।नागरिकता आंदोलन न थकेंगी, न रुकेगी और न ही झूकेगी। दिल्लीवासी भाजपा को भगा रहे हैं और साल के अंत में बिहारवासी भी जदयू- भाजपा को भगाऐंगे। उन्होंने 25 फरवरी को नागरिकता कानून के खिलाफ विधान सभा में प्रस्ताव पारित कराने को लेकर विधानसभा घेराव में भाग लेने के लिए जिलेवासी को आमंत्रित किया।
कागज नहीं दिखाएंगे- गांव, टोला में जाकर समझाऐंगे ,दीपांकर-आँचलिक ख़बरें-अमर कुमार चंदन के साथ साकिब रहमान
