गाजियाबाद 29 जनवरी 2020 आज स्वामी बाल नाथ जी के सानिध्य में उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ के द्वारा संचालित त्रैमासिक पुरोहित कर्म एवं योग प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ विशेष आमंत्रित विद्वानों, योग प्रेमियों के साथ शुभारंभ हुआ सर्वप्रथम पौरोहित्य प्रशिक्षक “आचार्य अश्विनी कुमार तिवारी” के वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम हुआ मुख्य अतिथि “डॉ. राजकुमार आर्य” निदेशक स्वदेशी आयुर्वेद हरिद्वार ने अपने वक्तव्य में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अपनी वैदिक परंपराओं को जीवंत रखने के लिए उक्त कार्यक्रम का संचालन अपने प्रशिक्षकों के द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में संचालित कर रही है जो बहुत ही सराहनीय कदम है भारत की भारतीय संस्कृति प्राचीन ग्रंथ, वेद, उपनिषद, गीता आदि प्राचीन ऋषियों के ऋषिकृत ग्रंथों पर आधारित है.
उत्तर प्रदेश सरकार का उद्देश्य ऐसे पुरोहित तैयार करना है जो शुद्ध वेद मंत्रों के उच्चारण तथा व्यक्ति, परिवार, समाज में यज्ञ, हवन, पूजा-पाठ अनुष्ठानों द्वारा व्यक्ति, परिवार में संस्कार युक्त सुंदर समाज का निर्माण करना है विशिष्ट अतिथि “श्री जयप्रकाश श्रीवास्तव” जी ने कहा कि अध्यात्म द्वारा ही संस्कारित समाज का निर्माण संभव है कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. राम प्रकाश शर्मा पूर्व सदस्य हिंदी सलाहकार समिति रक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुरोहित व्यक्ति के वर्तमान जीवन को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने का कार्य करता है तथा मृत्यु के बाद भी परलोक को भी सुधारता है डॉ शर्मा जी ने बड़े सुंदर वेदों के मंत्रों का अर्थ करते हुए एवं लाभ को बताते हुए आगंतुकों को नई जानकारी के द्वारा आश्चर्यचकित किया| ईश्वर के प्रति आस्था को सुदृढ़ किया तथा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आश्रम के सभी सदस्यों को इस पवित्र कार्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए “” उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ”” के सभी शिक्षक एवं आयोजकों को इस कार्य को सुचारू रूप से संचालन के लिए शुभकामनाएं दी| अंत में “आश्रम संचालक- स्वामी बाल नाथ जी” ने सभी आगंतुकों को हृदय से धन्यवाद तथा आशीर्वाद प्रदान किया| कार्यक्रम का संचालन “डॉ. अग्नि देव शास्त्री” ने किया| अंत में “योग प्रशिक्षक- योगी गीतक सिंधु” ने ताली आसन तथा शांति पाठ से कार्यक्रम का समापन किया|