वायुसेना भरती के दौरान सहयोग के लिये बढे हाथ.
अनूपपुर /
वायु सेना भर्ती रैली में शामिल होने अनूपपुर जिला मुख्यालय में सोमवार – मंगलवार को बाहरी जिलों से आए सैकडों युवक आश्रय के लिये परेशानहाल यहाँ – वहाँ भटकते देखे गये। कुछ लोगों के लिये यह कमाई के लिये अवसर जैसा था । जबकि कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्होंने बाहर से आए युवकों की परेशानियों को समझा तथा मदद के लिये हाथ बढाया।
अनूपपुर में शासकीय तुलसी महाविद्यालय एवं आई टी आई परिसर में वायुसेना की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। मंगलवार को अनूपपुर, शहडोल, अलीराजपुर,दमोह, दतिया, शिवपुरी, खरगोन,हरदा, मण्डला,बुरहानपुर, रतलाम, शाजापुर,इन्दौर सहित कुल 13 जिलो के 2921 प्रतिभागी शामिल होने अनूपपुर पहुंचे।
रेलवे स्टेशन से भर्ती स्थल के बीच आवास व्यवस्था के लिये ये युवक परेशान भटकते रहे। यद्यपि जिला प्रशासन ने शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में टैण्ट लगवा कर मैट बिछवा कर एवं चलित शौचालय उपलब्ध कराने की कोशिश की थी। लेकिन रविवार हुई तेज बारिश ने इस व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया। विवेकानन्द हाल के साथ तीन अतिरिक्त कमरे ऊंट के मुंह में जीरा जैसी व्यवस्था साबित हुई।
लोगों ने बढाए हाथ — भारत विकास परिषद के अध्यक्ष मनोज द्विवेदी, वरिष्ठ पत्रकार राजेश शुक्ला, पी आर टी कालेज सीरीज के संचालक डा देवेन्द्र तिवारी ,शिक्षक राजेन्द्र तिवारी ने युवकों की सहायता के लिये सार्वजनिक अपील करते हुए अधिकारियों से संपर्क किया।
कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने सूचना मिलते ही स्व सहायता भवन के साथ कुछ अतिरिक्त कमरे उपलब्ध करवाए। यह एक बडी राहत थी।
इसके बावजूद आधी रात तक यहाँ – वहाँ भटकने वाले सैकडों युवकों को पी आर टी कालेज में रुकने की सराहनीय व्यवस्था डा देवेन्द्र तिवारी ने की। सडक के किनारे गीली जमीन पर तथा तुलसी महाविद्यालय के समीप खडे वाहनों के पास खुले में सोने को बाध्य कुछ युवकों को देर रात जगा कर पी आर टी कालेज लाया गया। कचहरी रेस्टोरेंट के संचालक मोन्टी तिवारी ने भी सराहनीय सहयोग किया।
* जताया आभार — युवकों के सहायतार्थ संवेदनशीलता दिखलाते हुए मदद के लिये आगे बढ कर मदद करने वाले कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर, एसडीएम कमलेश पुरी, प्राचार्य परमानन्द तिवारी, मनोज द्विवेदी ,राजेश शुक्ला, पी आर टी कालेज के डायरेक्टर डा देवेन्द्र तिवारी, राजेन्द्र तिवारी के प्रति आभार जतलाते हुए युवकों ने कहा कि हम यहाँ परेशान थे। ऐसे समय में अनूपपुर के कुछ लोगों ने सदाशयता के साथ आगे बढ कर हमारी मदद की। मदद के लिये यह लोग आधी रात तक सडकों में भटक रहे लोगों को रात्रि विश्राम के लिये जगह मुहैया कराया।