:-भोजपुरी के लोककवि भिखारी ठाकुर को समर्पित चौथे भिखारी ठाकुर रंग महोत्सव का आयोजन शहर के एकता भवन में मंगलाचरण, बारहमासा व गंगा वंदना से किया गया जबकिं विधिवत उद्घाटन बिहार सरकार के पूर्व मंत्री उदित राय, नगर निगम के डिप्टी मेयर नागेंद्र राय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो लालबाबू यादव, ज़िला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र राय, पशुपतिनाथ अरुण सहित कई कलाप्रेमियों द्वारा भिखारी ठाकुर के प्रतिकचिन्ह का लोकार्पण कर किया गया.
श्रीलंका, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश व बिहार के कई ज़िलों से आये भोजपुरी कलाकारों के साथ-साथ भिखारी ठाकुर के साथ नाच में काम करने वाले बुजुर्ग कलाकारों द्वारा रंग जुलूस निकाल कर शहर के विभिन्न मार्गों यथा एकता भवन से निकल कर डाकबंगला रोड, थाना चौक, नगर पालिका चौक होते में रंग जुलूस निकाला गया, जबकिं श्रीलंका की टीम ने अपने राष्ट्रीय ध्वज के साथ रंग जुलुस में अपनी संस्कृति का संदेश दे रहे थे, वहीं स्थानीय जन सांस्कृतिक कला मंच के कलाकारों ने जुलूस में शमां बांधा.
दो दिवसीय रंग महोत्सव के संयोजक सह अंतरास्ट्रीय स्तर के कलाकार जैनेंद्र दोस्त ने आगत अतिथियों का स्वागत किया.
पहले दिन के कार्यक्रम में भिखारी ठाकुर रंग मंडली के कलाकारों के साथ उत्तर प्रदेश की प्रसिद्ध लोककला बिरहा की दमदार प्रस्तुति काशी की धरती से आये मन्नू यादव द्वारा को गई तो तिसरी प्रस्तुति में वर्धा विश्वविद्यालय से रंग मंच में एमए व एमफिल कर रही व छत्तीसगढ़ के विलासपुर शहर से आई दिप्ती ओगरे ने भी छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोककला गोदना, ददरिया, कोरमा सहित कई लोककलाओं की प्रस्तुति दी.
वहीं भिखारी ठाकुर को नजदीक से जानने वाले व हजारों बार उनकी प्रस्तुति को देखने वाले पूर्व मंत्री उदित राय ने कहा की भिखारी ठाकुर आज से सौ वर्ष पहले अपने नाटकों के माध्यम से समाज में ब्याप्त बुराइयों के प्रति सभी को जागरूक करते थे जबकिं आज वही काम सरकार के द्वारा किया जा रहा है.