चंद्रग्रहण, BJP की बैठक और भारत की GDP ग्रोथ

Aanchalik Khabre
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GDP ग्रोथ

चंद्रग्रहण 2025: साल का दूसरा और अंतिम ग्रहण

आज 7 सितंबर 2025 को साल का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण देखने को मिला। यह ग्रहण करीब 3.5 घंटे तक चला।

  • ज्योतिष के अनुसार, यह ग्रहण सभी 12 राशियों और 27 नक्षत्रों पर प्रभाव डालेगा।

  • कुछ राशियों के लिए यह शुभ तो कुछ के लिए चुनौतिपूर्ण रहेगा।

  • भारत में सूतक काल लागू रहा और धार्मिक गतिविधियों पर विशेष असर पड़ा।

इस ग्रहण को खगोलविदों ने भी एक महत्वपूर्ण घटना बताया, क्योंकि इसका अवलोकन दुनिया के कई हिस्सों में किया गया।


दिल्ली में BJP सांसदों की कार्यशाला और उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी

दिल्ली में संसद परिसर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई।

  • इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी है।

  • सांसदों को चुनावी रणनीति और मतदान प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी दी गई।

  • चर्चा यह भी रही कि GST सुधारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका को कैसे सम्मानित किया जाए।

यह बैठक आगामी चुनावी माहौल के लिहाज़ से काफी अहम मानी जा रही है।


नाइजीरिया में भीषण हमला, 60 से अधिक लोगों की मौत

नाइजीरिया से बड़ी खबर—Boko Haram आतंकियों ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के एक गांव पर हमला किया।

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई।

  • पीड़ित लोग हाल ही में विस्थापन के बाद अपने गांव लौटे थे।

  • इस हमले से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई है और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।

यह घटना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन गई है।


भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार: GDP ग्रोथ 8.8%

भारत की पहली तिमाही के आंकड़े सामने आए हैं।

  • नॉमिनल GDP ग्रोथ 8.8% दर्ज की गई है।

  • यह अनुमान से कहीं अधिक है और बताता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है।

  • विशेषज्ञों का मानना है कि यह विकास दर निवेशकों और कारोबारियों के लिए सकारात्मक संकेत है।

हालांकि, चुनौतियां अभी बाकी हैं—महंगाई और बेरोज़गारी जैसे मुद्दे सरकार के सामने खड़े हैं।


बिहार में पितृपक्ष: गया में पिंडदान का महत्व

बिहार के गया में पितृपक्ष की शुरुआत हो चुकी है।

  • आज दूसरे दिन बड़ी संख्या में लोग फल्गु नदी में स्नान कर पिंडदान करते दिखे।

  • धार्मिक मान्यता है कि इस काल में पितरों को याद कर पिंडदान करने से आत्मा की शांति मिलती है।

  • गया का यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि देशभर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

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