चित्रकूट।उत्तर प्रदेश की पुलिस अब गुमशुदा को ढूंढने के लिए भी खर्च लेने लगी है। भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार लाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हो लेकिन पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही है। पहले तो यह सुनने में आता था कि पुलिस किसी मुजरिम को छोड़ने या तो गोरखधंधा कराने में संलिप्त रहती है और पुलिस की संरक्षण पर फलाने थाना के अंतर्गत अवैध मादक पदार्थ गांजा बिक रहा है तो अवैध शराब तस्करी हो रही है। लेकिन अब इन दिनों चित्रकूट पुलिस किसी की तलाश करने का भी पैसा मांग रही है। सारा मामला शिवरामपुर चौकी क्षेत्र का है जहां एक व्यक्ति ने चौकी प्रभारी पर लड़की ढूंढने के नाम पर ₹15000 लेने का आरोप लगाया है। ग्रामीण ने चित्रकूट पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा को दिए पत्र में कहा है कि 20 मार्च को उसकी नाबालिग पुत्री को गांव का ही एक लड़का किशोर ले गया है। इसकी सूचना पुलिस चौकी में दी जिस पर चौकी प्रभारी ने बेटी को ढूंढने के नाम पर ₹15000 का खर्च बताया पिता ने कहा कि उसने ₹15000 भी दे दिए हैं इसके बावजूद अभी पुलिस बेटी को ढूढने में आनाकानी कर रही है अभी तक पुलिस के हाथ उसकी बेटी को ढूंढने में खाली है उसने बताया कि पुलिस चौकी जाने पर कहते हैं लड़की हमारी लोकेशन पर है ढूंढ कर ला रहा हूं तेल के लिए तुमको और खर्च देना पड़ेगा उसने हत्या के भी आशंका जताई है। इस संबंध में चौकी प्रभारी शिवरामपुर राकेश मौर्य ने कहा कि पैसे लेने का आरोप निराधार है लड़की को ढूंढने के लिए सर्विलांस व चौकी की टीम प्रयास कर रही है जल्दी उसे ढूंढ लिया जाएगा लड़का लड़की दोनों सजाती है प्रेम प्रसंग का मामला है।
पीड़ित व्यक्ति की माने तो जिस तरह के आरोप शिवरामपुर चौकी प्रभारी पर पीड़ित व्यक्ति ने लगाया है । इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिवरामपुर चौकी क्षेत्र में पुलिस किस तरह अपनी जिम्मेदारी निभा रही है जबकि चित्रकूट नवागंतुक पुलिस अधीक्षक के द्वारा जिले में पुलिसिंग प्रणाली ध्वस्त करने के लिए और कानून व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए लगातार फ्लैग मार्च करते पुलिस नजर आ रही है वही अब देखना यह है कि कब तक पुलिस किसी पीड़ित को लूटने का कार्य करेगी और पीड़ितों को शिवरामपुर चौकी से न्याय मिल सकेगा।