अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह प्रारम्भ
झुंझुनू, अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के प्रथम दिवस एकल बालिका दम्पतियों का सम्मान किया गया। महिला अधिकारिता विभाग कार्यालय में सम्पन्न हुए इस जिला स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि जिला कलक्टर यू.डी. खान थे। खान ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस जिले की बेटियां और बहू भारत के प्रत्येक क्षेत्र में अपने काम की बदौलत पहचानी जाती है। शिक्षा, चिकित्सा एवं इजीनियरिंग के क्षेत्र में बेटियां अपना परचम लहरा रही है। आज जिले में बेटियों की शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता ही देश में जिले का नाम रोशन हुआ है। उन्होंने वीरों और शूरवीरों की इस धरती को नमन करते हुए कहा कि इस तरह सेना में जिले का नाम अग्रीण है उसी प्रकार बेटियों के सम्मान में भी जिला पीछे नहीं है।
उन्होंने कहा कि बेटियों के जन्म से लेकर उनके भविष्य बनाने तक का कार्य यहां के अभिभावक बखूबी कर रहे है। उन्होंने कहा कि जिले में बेटियों के स्वास्थ्य के लिए जिला प्रशासन की ओर से जल्द ही एक अभियान चलाकर सर्वे किया जाएगा। जिसके तहत महिलाओं में बी.पी., सुगर, ब्लड जांच आदि की जाएंगी ओर आवश्यक होने पर उसको उपचार के लिए रैफर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं की ताकत के साथ साथ अपनी सहयोगी महिला की भी ताकत बनें, तभी महिला सशक्तीकरण की परिभाषा सार्थक होगी। बेटियों की महत्ता बताते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि वे स्वयं भाग्यशाली है कि उनके केवल दो बेटियां ही है, जो बेटों से बढकर है। इसलिए जो माताएं बेटियां होने पर परिवार नियोजन अपना रही है, वे दूसरों के लिए प्रेरणा और हिम्मत है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मधु हिसारियां ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए ऎसे आयोजनों से वास्तव में हम बेटियों को बेटो से बढकर मानने वाले समाज की ओर अग्रसर है। आज हर क्षेत्र में महिलाएं पुरूषों की तुलना में अधिक कामकाजी है। आज महिला किचन से लेकर सेवा कार्यो तक का सफर करती है और समाज को आईना दिखाने का कार्य कर रही है। उन्होंने प्राधिकरण द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से बताया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए कोषाधिकारी दीपिका सोहू ने कहा कि जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग महिलाओं के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला एवं उनकी पूरी टीम की मेहनत का नतीजा है कि जिले को तीन बार नेशनल स्तर पर बेटी बचाओ का अवार्ड मिला है। यहां की महिलाओं में शिक्षा और अपने मुकाम बनाने की जो ललक वह काबिल ए तारिफ है।
लाडो सम्मान निधि ः जिला कलक्टर ने समारोह के दौरान बेटियों के संरक्षण एवं मनोबल के लिए एक फंड की घोषणा की जिसका नाम लाडो सम्मान निधि नाम रखा गया। इसमें पहली राशि जिला कलक्टर यू.डी. खान ने 11 हजार रूपये के रूप में दी। इस फंड में 22 हजार रूपये एसआरकेपीएस के राजन चौधरी, 11 हजार रूपये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर, 11 हजार कोषाधिकारी दीपिका सोहू एवं 5 हजार रूपये सीडीपीओ इन्द्रा ने भेंट किये। यह फंड एकल बालिका परिवार को सहायता देने के लिए कार्य करेगा।
पहचान पत्र ः समारोह के दौरान एकल पुत्री परिवार को जिला प्रशासन की ओर से फोटो युक्त एक पहचान पत्र भेट किया गया। यह कार्ड उनको जिला स्तरीय समारोह एवं राजकीय कार्यालयों में प्राथमिकता एवं विशेष दर्जे के रूप में काम आएगा। उन्होंने कहा कि यह आईडी उनको विशिष्ट रूप में पहचान दिलवाएंगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे ऎसे दम्पतियों को प्राथमिकता एवं विशेष सम्मान देकर कार्य करें।
मां-लाडो कलक्टर संवाद ः जिला कलक्टर ने बेटियों की माताओं से कहा कि उनको किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो तो वे सीधा जिला कलक्टर से संवाद कर सकती है। इसके लिए जिला प्रशासन जल्द ही ‘‘ मां- लाडो कलक्टर संवाद‘‘ कार्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहा है, यह कार्यक्रम माह के प्रथम शुक्रवार को जिला स्तर पर आयोजित होगा, जिसमें बेटियों को जन्म देने वाली माताओं से कलक्टर यू.डी. खान संवाद करेंगे।
घुंघट मुक्त की दिलवाई शपथ- समारोह के दौरान बीमा विभाग की उप निदेशक सरीता सैनी ने उपस्थित सभी लोगों को घुंघट मुक्त जिले की शपथ भी दिलवाई और महिलाओं से आह्वान किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस अभियान में वे अपना पूरा सहयोग देवें।
यह रहे उपस्थित –
समारोह में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद अनिस खान, श्रम कल्याण अधिकारी अरूणा शर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद आबूसरिया, महिला अधिकारिता विभाग के विप्लव न्यौला, एसआरकेपीएस के राजन चौधरी, गांधीवादी विचाराधारा के समाजसेवी धर्मवीर कटेवा भी उपस्थित रहे। समारोह में सीडीपीओ ज्योति रेपस्वाल ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विभाग की कार्ययोजना का परिचय दिया।
एकल बालिका दम्पति का हुआ सम्मान –
समारोह में 13 एकल बालिका दम्पतियों का 11 हजार रूपये की एफडी, प्रशस्ति पत्र एवं शॉल ओढाकर सम्मान किया गया। समारोह में काली पहाडी की वंदना -बृजसिंह, दोरासर की अनिता-इन्द्राज सिंह, झुंझुनू की दिक्षा-विजय सिंह, हरिपुरा की राजबाला-मनोज कुमार, दीपलवास की मनीषा कुमारी-अनिल कुमार, झुंझुनू की दुर्गावती-राजन चौधरी, ढाणी मझाऊ की बबीता कुमारी-सुनील कुमार, झुंझुनू की सरीता देवी-महेश कुमार मील, बजावा की मुनेश-राजेन्द्र, झुंझुनू की उंगता-मोहन चाहर, झुंझुनू की दीपिका सोहू-विजय कुमार काजला, अमरपुरा की नीकू-हवासिंह, बांसियाल की विनोद देवी-राजेन्द्र कुमार को सम्मानित किया गया।