दिल्ली के कैंट इलाके में 9 साल की मासूम बच्ची के साथ हुए कथित रेप और हत्या कांड के बाद लोग सड़कों पर हैं. और इसी कड़ी में मासूम गुड़िया को इंसाफ दिलाने के लिए अलग अलग सामाजिक संगठनों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता कैंट इलाके में पहुँचे. सैकड़ो लोगो ने प्रदर्शन स्थल से लेकर श्मशान घाट तक केंडल मार्च निकाला और गुड़िया को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की फांसी की सजा होने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात की.
देश की राजधानी दिल्ली के कैंट इलाके में कथित रूप से हुए 9 साल की मासूम गुड़िया के साथ रेप और हत्या के मामले को एक सप्ताह से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन लोगों का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ है. इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर से कुछ समय पहले हुए उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड की यादें ताजा कर दी हैं जिसे लेकर अब यहां पर भी जबरदस्त धरना प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. तो वहीं दूसरी ओर आरोपियों को सख्त सजा दिलाने के लिए और गुड़िया की आत्मा की शांति के लिए जगह जगह कैंडल मार्च भी निकाले जा रहे हैं. इसी कड़ी में लोगों ने मासूम गुड़िया को श्रद्धांजलि देते हुए दिल्ली कैंट इलाके के प्रदर्शन स्थल से लेकर श्मशान घाट तक एक कैंडल मार्च निकाला गया. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जयकिशन के नेतृत्व में लोगों ने मासूम की आत्मा की शांति के लिए मौन भी रखा और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस कई सामाजिक संगठन और अलग अलग समाज के लोगों ने भी मासूम गुड़िया को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. कांग्रेस नेता जयकिशन ने कहा कि इस मामले के लिए स्पेशल कोर्ट का गठन किया जाए, और 60 दिनों के अंदर मामले का निपटारा किया जाए. प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों ने मांग की है कि जब तक इस मामले में आरोपियों की फांसी की सजा नहीं हो जाती तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा.
दरअसल आपको बता दें कि विगत रविवार 1 अगस्त को कैंट इलाके के पुरानी नांगल में 9 साल की बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. इसके बाद शमशान घाट के ही कर्मचारी द्वारा उसके शव को बिना परिजनों की इजाजत के दाह संस्कार भी कर दिया गया था. जिसके बाद माता पिता के शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने जलती चिता को पानी डालकर बुझा दिया था. इसके बाद स्थानीय लोगों और पीड़ित बच्ची के माता-पिता का आरोप था कि ना केवल बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई बल्कि उसके मां-बाप को धोखे में रखकर उसके शव का दाह संस्कार भी कर दिया गया. इसके बाद से ही इस मामले में मासूम बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए लोग लगातार जमा होकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
बरहाल अब इस मामले को जहां एक ओर क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है, तो वहीं दूसरी ओर इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाए जाने की बात कही गई है. लेकिन इसके बाद भी इस मामले में राजनीति तेज होती दिख रही है. शायद इसी का परिणाम है कि राजनीतिक गलियारे से जुड़े लोग लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में अब देखना लाज़मी होगा कि 9 साल की मासूम और उसके मां बाप को आखिरकार कब तक हिंसा मिल पाता है.