प्रति अनुसार इस बार भी महामृत्युंजय शिव रथ यात्रा निकाली गई. यह यात्रा मुख्य मार्ग से होते हुए शाम 6 बजे नर्मदा घाट पहुंची । श्रद्धालुओ ने 2 किमी के रास्ते में 3 घण्टे तक भगवान के रथ को अपने हाथों से खिंचा. बैंड बाजे , ढोल तासो के साथ रथ यात्रा निकाली . सभी श्रृद्धालु नाचते गाते भक्ति में लीन रहे ।। 5 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने माँ नर्मदा की काकड़ा आरती की । आरती के लिए माँ नर्मदा मन्दिर अहिल्या घाट तक 7 घाटों को रंगीन रोशनी और फूलों से सजाया गया । सारे घाट व नर्मदा नदी पवित्र दीपो से जगमगा उठे । आरती से पहले सभी श्रद्धालो को माँ नर्मदा के संरक्षण व सफाई का संकल्प दिलाया गया ।