झुंझुनू, 12 फरवरी ः जिला कलक्टर यू.डी. खान ने कहा कि अधिकारी आपसी तालमेल और सामंजस्य के साथ कार्य करें। सार्वजनिक समस्याओं को किसी विभाग की नजर से नहीं अपितु प्रशासन की नजर से देखे। प्रशासन का कार्य समस्याओं का समाधान करना है, एक दूसरे विभाग पर समस्याओं को थोपना नहीं। अधिकारियों के पास अगर कोई समस्या आती है तो वे यह सुनिश्चित करें कि उस समस्या का समाधान कितने समय में होगा और समाधान होने के बाद यह देखे कि इसके समाधान में कितना समय लगा। इस समय के गेप को कम करने का प्रयास करें, ताकि आमजन को त्वरित न्याय मिल सकें और राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य संपादित हो सकें। वे बुधवार को कलेक्टे्रट सभागार में विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारी जब बैठक में उपस्थित रहे तो अपने विभाग की पूर्ण प्रगति रिपोर्ट के साथ उपस्थित रहे। वे कार्यो की वास्तविकता के बारे में बताऎ कमी को कवर करने की कोशिश नहीं करें। स्पष्टवादिता से ही समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी विकास कार्यो को पूर्ण करवाते समय उसकी क्वालिटी और निर्धारित समय का विशेष ध्यान रखा जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिले के लिए कार्य करना जिला स्तरीय अधिकारी का काम है इसलिए बजट की कमी के लिए उच्च अधिकारियों को मात्र पत्राचार करके इतिश्री नहीं करें उसकी लगातार मॉनिटरिंग और फीड बैक भी लेकर कार्य को पूर्ण करवाने की कोशिश करें।
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने बिजली, पानी सहित विभिन्न विभागों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की और अधिकारियों को उसमें सुधार करने के निर्देश दिए। इस दौरान सीईओ रामनिवास जाट, एडीएम राजेन्द्र अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।