झुंझुनू।स्थानीय गणपति नगर स्थित न्यू राजस्थान पब्लिक स्कूल झुंझुनू में झुंझुनू तथा अलसीसर ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय सत्रान्त वाक्पीठ संगोष्ठी का शुभारम्भ हुआ जोकि 19 से 20 तक चलेगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राम निवास जाट, सीईओ जिला परिषद,अध्यक्षता जिला परिषद सदस्य इंजी.प्यारेलाल ढूकिया,अति विशिष्ट अतिथि हरफूल सिंह मीणा,सीबीईओ,नईम अहमद सीबीईओ अलसीसर,पितराम काला जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक, गोपीराम भाम्बू बीडीईओ,विशिष्ट अतिथि महेन्द्र जाखड़ एसीबीईओ प्रथम,झुंझुनू सुभाष चन्द्र यादव एसीबीईओ द्वितीय,मनीष चाहर एडीईओ,महेश सिलायच एडीईओ थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण कर किया गया।गरिमा एण्ड ग्रुप ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की।अतिथिगण का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।महेन्द्र जाखड़ एसीबीईओ ने स्वागत भाषण दिया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राम निवास जाट ने अपने उद्बोधन में बताया कि शिक्षा जीवन की मूलभूत आवश्यकता है,हमें शिक्षा में नवाचार, नव सृजनशीलता व वैज्ञानिक सोच को विकसित करना चाहिए।उन्होनें संस्था प्रधानों से देश के सुदृढ़ भविष्य के निर्माण का आह्रान किया। जिला परिषद सदस्य इंजी.प्यारेलाल ढूकिया ने बताया कि शिक्षक भावी पीढ़ी का निर्माता है,शिक्षक स्वयं अनुशासित रहकर बच्चों को दिशा दिखा सकते हैं उन्होनें झुंझुनू शिक्षा व सरकारी विभागों में महिलाओं की भागीदारी की सराहना की।दयानन्द ढूकिया ने शिक्षा में होने वाले नवाचारों को सराहनीय बताया।उद्धाटन सत्र में पितराम काला जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा,महेन्द्र जाखड़ एसीबीईओ,हरफूल सिंह मीणा सीबीईओ,महेश सिलायच एडीईओ,महेश कालावात सीईओ स्काउट गाइड सहित अनेक वक्ताओं ने शिक्षा के नवाचार वृक्षारोपण,हरित पाठशाला, स्काउड गाईड,विभिन्न सरकारी छात्रवृत्तियां व शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के सम्बध मे विचार-व्यक्त किये।इस अवसर पर ओमप्रकाश झाझडिया,महेश भालोठिया, किशोर मीणा,शिवचन्द,नरेन्द्र झाझडिया, श्रीचन्द,सन्तोष कुलहरि,सुभाष धायल, सहीराम,सुभाष बराला,सांवरमल,राजकुमार सहित 220 संस्था प्रधान उपस्थित थे।झुंझुनू ब्लॉक वाकपीठ अध्यक्ष विद्याधर झाझडिया, अलसीसर ब्लॉक वाकपीठ अध्यक्ष देव करण खीचड़ ने दो दिवसीय कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन सुधीर शर्मा ने किया।
शिक्षा जीवन की मूलभूत आवश्यकता : जाट-आंचलिक ख़बरें-संजय सोनी
