हमीरपुर।जनपद में बालू का अवैध खनन और ओवरलोडिंग का कार्य चरम सीमा पर है।यहां बालू खदानों में बालू माफिया जमकर एनजीटी की धज्जियां उडाते हैं।बालू माफिया प्रतिबंधित मशीनों से नदी की जलधारा रोककर मौरंग का अवैध खनन कर रहे हैं।यहां बैठे हुक्मरान बालू माफियाओं पर खूब मेहरबान हैं।इनकी मेहरबानी से ही बालू का अवैध खनन और ओवरलोडिंग का खेल खुलेआम खेला जाता है।
सिसोलर थाना क्षेत्र के बक्छा खदान संख्या 29/1 में भारी भरकम मशीनों द्वारा नदी की जलधारा को मोड़ कर बालू के अवैध खनन का काम किया जाता है।खदान संचालक यहां बैठे हुक्मरानों की मेहरबानी से एनजीटी के नियमों की खूब धज्जियां उडा रहे हैं।प्रतिबंधित मशीनों से बालू का अवैध खनन कर रहे हैं।इस खदान में एक नही बल्कि आधा दर्जन भारी भरकम मशीनों से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है।इस खदान से ओवरलोड बालू लदे ट्रकों का खूब निकलना होता है।पर क्या मजाल की इन ओवरलोड गाडियों पर कोई आंख उठाकर देख पाए।यह बालू माफिया चाहे जो करें पर इनकी तरफ कोई भी आंख उठाकर देखने की हिमाकत नही जुटा पाता है।
बालू के अवैध खनन के लिए बुन्देलखण्ड का हमीरपुर जनपद मशहूर है।यहां दूसरे जनपदों से आकर बालू माफिया खनन के खेल को अंजाम देते हैं।बालू माफियाओं की पकड और पैसे की ताकत से यहां बैठे हुक्मरानें भी मौन साधने को मजबूर रहते हैं।यह बालू माफिया चाहे जितनी मनमानी करें पर इन पर रोक टोंक लगाने वाला कोई नही है।खनिज विभाग,आरटीओ विभाग,पुलिस विभाग सहित पत्रकारों की भी बालू माफियाओं को मेहरबानी प्राप्त होती है।कुछ नामचीन पत्रकार बालू माफियाओं से पत्रकारों का ठेका ले लेते हैं।ठेका मिलते ही इन्हें हर माह पत्रकारों के नाम की माहवारी मिल जाती है।