सपनों पर फिरा पानी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सड़क तक भी नसीब नहीं-आँचलिक-अजय पांडेय

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टूटी फूटी जर्जर सड़क में पैदल भी चलना मुश्किल, सिवरेज का पानी सड़कों पर, ननि अमले के खिलाफ रहवासियों में बढऩे लगा, नर्क जैसी जिन्दगी जीने को मजबूर रहवासी भारी असंतोष,बुनियादी सुविधाओं का टोटा
हाउसिंग बोर्ड में मकान खरीदने के लिए कई तरह के सपने दिखाये गये थे। किन्तु के्रताओं के सपने सपने ही रह गये। लाखों रूपये खर्च कर मकान खरीद तो लिया लेकिन घर से बाहर निकलने के लिए एक बोर सोचना पड़ता है। सड़क, नाली जैसे सुविधाओं का टोटा है। नगर निगम अमला उदासीन बना हुआ है। जिसके चलते कॉलोनी के रहवासियों में भारी नाराजगी पनपने लगी है। यह मामला नगर पालिक निगम सिंगरौली के जिला मुख्यालय स्थित चाणक्य वार्ड क्र.30 पचखोरा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का है।
हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने करीब एक दशक पूर्व लोगों को तरह-तरह सजबाग की तरह सपने दिखाकर मकान विक्रय किया था। उस दौरान हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया था कि कोलोनाइजर के दिशा-निर्देशों का पालन होगा। पार्क के साथ-साथ बेहतर सड़क, नालियां होंगी। रहवासियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी ली गयी थी। किन्तु दशक के बाद भी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की सूरत नहीं बदली। बल्कि दिनों-दिन कॉलोनी बद्सूरत होती चली गयी। करीब 3 साल पूर्व कॉलोनी के रहवासियों के प्रयास से हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी को नगर पालिक निगम ने अधिग्रहित कर लिया और ननि ने आश्वस्त किया कि कॉलोनी का कायाकल्प नगर निगम करेगा। इसके लिए हाउसिंग बोर्ड के द्वारा भारी भरकम रकम भी दिया गया। किन्तु नतीजा पूर्व की भांति ठाक के तीन पात की तरह निकला। आलम यह है कि मौजूदा हालात में सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। पैदल चलना मुश्किल है। कीचड़ में तब्दील सड़क में वाहन के पहिये भी धस जा रहे हैं आज सोमवार सुबह का नजारा ऐसा ही था। जहां एक स्कार्पियो वाहन का पहिया कॉलोनी के सड़क में धस जाने से चालक व रहवासी घण्टे भर परेशान रहे। तो वहीं सिवरेज का पानी सड़कों पर फैलने से बदबू मार रहा है। कई बार इसकी शिकायत नगर पालिक निगम के अधिकारियों के यहां करते हुए सर्वसुविधा के नाम पर बेची गयी कॉलोनी की दुर्दशा के बारे में अवगत कराया गया। किन्तु अधिकारियों ने कभी गंभीरता से नहीं लिया। नतीजा यह निकला है कि नालियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर कचरे में पट गयी हैं। वहीं मोहल्ले में आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है। परेशान रहवासियों ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ असंतोष जाहिर करते हुए कॉलोनी का एक बार कलेक्टर द्वारा भ्रमण किये जाने की मांग की है।
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सीएम हेल्पलाइन शिकायत वापस लो वर्ना…
यहां के रहवासियों ने कॉलोनी की दुर्दशा, क्षतिग्रस्त कीचड़ में तब्दील सड़क, ध्वस्त नालियों, सिवरेज का पानी सड़क पर फैलने, आवारा मवेशियों से त्रस्त होकर इस समस्या से निदान के लिए दर्जनभर से ऊपर सीएम हेल्पलाईन में शिकायतें की जा चुकी हैं। कॉलोनी वासियों का आरोप है कि सीएम हेल्प लाइन अब मजाक बनकर रह गया है। केवल दिखावे व वाहवाही तथा आमजनों को गुमराह करने के लिए है। शिकायत कर्ताओं को ननि के अधिकारी शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं और शिकायतकर्ता पर ऐसा दबाव बनाते हैं कि जैसे सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराकर कोई बड़ा गुनाह कर दिया है।
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इनका कहना है
वार्ड मे समस्या तो बहुत है। यहां पर हम लोग कई बार नगर निगम द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर मैं नाली की साफ सफाई के लिए फोन किया लेकिन आज तक कोई नालियों को साफ करने नहीं आया रोड पूरी तरह से उखड़ गई है जिससे बारिश होने की वजह से रोड पर कीचड़ और पानी भरा रहता है जिससे हम लोगों का यहां से निकलना दूभर हो गया
नजरिन बेगम
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नाली पूरी तरह जाम है रोड पूरी कर चुकी है आलम यह है कि हम लोग यह हमारे बच्चे घर से बाहर निकलना भी चाहे तो कहां निकलेंगे सामने बड़े.बड़े दासपुर होने से सांप बिच्छू का डर बना रहता है और रोड पानी के लिए पाइप लाइन डालने हेतु खोजी गई और आज तक बनाई नहीं है जिससे रोड में बारिश की वजह से कीचड़ और पानी का जमाव हो जाता है जिससे गंदगी का आलम और अत्यधिक निर्मित हो जाता है।
सारिका पाण्डेय
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पहली बात तो नालियां सही ढंग से बनी ही नहीं है जो बनी थी हैं वह पूरी तरीके से जाम है नालियों की सफाई के लिए हम लोगों ने कई बार नगर निगम के कर्मियों को कहा लेकिन अभी तक कोई झांकने तक नहीं आया रास्ता है कि यहां पर पैदल निकलना भी दूर भर हो गया है पाइप लाइन डालने की वजह से पूरी रास्ता को खो दिया गया और आज तक बनाया नहीं क्या जिससे बारिश की वजह से सड़क पर पानी का जमा होने से गंदगी के साथ-साथ भारी मात्रा में मच्छर भी पैदा होते हैं जिससे शाम के समय यदि हम अपने घर के द्वार पर भी बैठना चाहे तो बैठना मुश्किल हो जाता है।

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