गुरु पूर्णिमा पर हुआ गुरुजनों का सम्मान-आँचलिक ख़बरें-हरिश्चंद्र राजपूत

News Desk
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राठ हमीरपुर के स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ पर गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में प्रथम दिवस बारह घंटे का अखण्ड जप सम्पन्न हुआ जिसके समापन पर महिलामण्डल ने दीप यज्ञ कराया । दूसरे दिन प्रातः पांच पारियों में पंचकुंडीय यज्ञ एवं सात दीक्षाओं के साथ विविध संस्कार भी हुए । इस अवसर पर उपस्थित क्षेत्रीय विधायक माननीया मनीषा अनुरागी ने कहा ” गुरुपूर्णिमा , गुरुजनों के प्रति सम्मान आदर और अनुशासन – भाव व्यक्त करने का पर्व है । ज्ञान गुरुजनों से ही मिलता है । पूर्व मंत्री माननीय श्री राजेन्द्र चौधरी नेकहा ” गुरुजनों के प्रति निष्ठा और अनुशासन – परायणता सबसे बड़ी गुरुदक्षिणा है । इन्ही को देकर शिष्य गण गुरु के हृदय से ज्ञानामृत का

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पान करते हैं । इस अवसर पर विधायक ने गायत्री परिवार के वरिष्ठ गुरुजनों पंडित चन्द्र शेखर मिश्र एवं सेवा निवृत्त प्रधानाचार्य डॉ लक्ष्मण लाल त्रिपाठी जी का शॉल , श्रीफल एवं माँ सरस्वती के स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए सम्मान किया । डॉ त्रिपाठी ने कहा ” यह सम्मान गायत्री परिवार के परमपूज्य गुरुदेव
के विचारों को जन जन तक पहुंचाने वाले समस्त नैष्ठिक परिजनों का सम्मान है । मुख्य ट्रस्टी श्री मिश्र ने आर्शीवचन में कहा ” भारतीय संस्कृति में गुरु शिष्य का संबंध दाता – भिखारी जैसा नहीं , सहयोगी – साझेदार जैसा बनाना चाहिए । रामकृष्ण परमहंस विवेकानंद , द्रोणाचार्य और अर्जुन तथा आचार्य श्री राम जी के ऐतिहासिक प्रसंग भी सुनाये गए । काशीप्रसाद गुप्त , डा रविन्द्र मिश्र , राम प्रकाश गुप्त , सुशील सक्सेना , छोटे लाल मिश्र , अशोक कुमार गुप्त , देवी सिंह तोमर , शैलेन्द्र शर्मा बादल सहित नगर के अनेक गण्यमान जनों सहित क्षेत्रीय स्तर पर प्रज्ञा परिजनों , युवाओँ तथा शिक्षकों ने कार्यक्रम में भाग लिया । अंत मे श्री अरविंद श्रीवास्तव द्वारा आगामी 1 से 5 अगस्त में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में अधिक से अधिक व्यक्ति भाग लेकर लाभान्वित होंगे , ऐसी प्रार्थना और निवेदन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ । कन्या भोज और प्रसाद वितरण पूरे दिन शाम तक चलता रहा । माँ श्यामला मेले में जाने वाले और लौटने वाले अधिकांश व्यक्ति और परिवार माँ गायत्री और गुरुदेव के दरबार मे मत्था टेकने और जीवन दर्शन पर लगी प्रदर्शनी को घंटो तक देखते रहे ।

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