उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मऊ कोतवाली प्रभारी गुलाबचंद त्रिपाठी का 28 अक्टूबर को दूसरे थाने में ट्रांसफर होने पर पूरे कोतवाली सर्किल की जनता, वकील ,डॉक्टर, व्यापारी व पूरा थाना का स्टाफ गुलाबचंद त्रिपाठी के स्वभाव को देख कर के उनको खुशी-खुशी विदाई दी ।कोतवाली प्रभारी गुलाबचंद त्रिपाठी संयोग से 8-9 महीने कोतवाली में कार्यभार संभाला अपने कार्यभार के समय सभी वर्गों की आम जनता ने कोतवाली प्रभारी को पसंद किया ।और कहा भी कि न्याय प्रिय दरोगा हैं लेकिन जब ट्रांसफर का चाबुक चलता है तो अच्छे के साथ बुरा बुरा के साथ अच्छा भी जाता है अतः मऊ कोतवाली में गुलाब चंद्र त्रिपाठी जैसा दरोगा अभी जाना नहीं चाहिए था लेकिन यह परिवर्तन के संयोग ने उनको मऊ कोतवाली से बांदा के लिए ट्रांसफर कर दिया है। जिससे गुलाब त्रिपाठी भी अपने थाने के स्टाफ वह क्षेत्र की जनता को धन्यवाद दिया कि जब तक मैं रहा मुझे पूरा साथ दिया और मुझे साथ देने से सफलता भी मिली मेरे जाने के बाद शायद यहां कोई अच्छे ही कोतवाल आएंगे मैं जनता से निवेदन करता हूं और अपने थाने के पूरे स्टाफ से कि वह भी दरोगा हैं उनका साथ दे करके अच्छे से थाने को चलाएं जिससे समाज में किसी प्रकार का कोई गड़बड़ काम ना हो सके अंत में गुलाब चंद त्रिपाठी ने सबको हाथ जोड़कर प्रणाम किया ।जाते-जाते कांस्टेबल शिवम मिश्रा ने कोतवाल को साल भेंट की इसी प्रकार से बहुत से कांस्टेबल और एसआई ने कोतवाल साहब को विदाई चिन्ह देकर के विदाई किे। मऊ कोतवाल गुलाबचंद त्रिपाठी ने अपने कार्यकाल में मऊ थाने के मंदिर का कायाकल्प कराया, थाने के सामने अच्छे से साफ सफाई कराकर प्लांटेशन करवाया, थाने के उत्तर पूर्वी हिस्से में काफी जगह गंदी पड़ी थी उसकी सफाई करवा करके अच्छी व्यवस्था करवाई और पूरे थाने में ऊंचाई दे करके इंटरलाकिंग खरंजा इन्हीं के कार्यकाल में बनवाया गया ।अतः क्षेत्र की जनता गुलाब त्रिपाठी से बहुत ही प्रसन्न थी।