शारदा प्रबंधक समिति के कर्मचारी राजेश गर्ग द्वारा जो नजूल की जमीन उनके घर के पीछे पड़ी थी जिसमें रास्ता नहीं था उस जमीन को कब्जा कर बा मुकेश त्रिपाठी का प्लाट की लैट्रिंग 1952 की बनी थी वा पेड़ लगे थे दबंगई के दम पर उस जमीन को हासिल कर लेना वा उस जगह पर अपने अपने भाई का मकान निर्माण कर उस शासकीय जमीन पर दबंगई के दम पर कब्जा करना बा गुंडागर्दी दबंग गई के दम पर निशांत गर्ग शशांक गर्ग प्रशांत गर्ग द्वारा इस जमीन पर कब्जा करना उनके लिए यह आम बात है जानकार सूत्र के अनुसार रिश्तेदार कुछ अधिकारी पोस्ट में उनका तुरंत बखान करना