खास सड़कें बंद है तब से मरम्मत के लिए यह हमारे वोट की सबसे बड़ी पहचान है यह, है नगर पालिका नवाबगंज
नवाबगंज नगर पालिका बोर्ड आंखें बंद करके बैठा हुआ है यह नगर पालिका की दुर्दशा कब दूर होगी नगर में । इससे तो बेहतर यही रहता कि बोर्ड के बजाय नगर परिषद नवाबगंज सुपरसीड ही रहती, इस बोर्ड ने तो सब कुछ चौपट करके रख दिया है। कुछ ऐसा ही हाल है यहां की नगर पालिका परिषद का, पूरे का पूरा नगर बद से बदहाली के रंग में रंगा पड़ा हुआ है । नगर के अधिकतर नाले नालियां चोक पडे हुए हैं गंदले पानी से बज बजाती गलियां आंसू बहा रही हैं। बस्ती का पानी समेटने वाले तालाब पूरी तरह से अतिक्रमण की जद में आ चुके हैं । लेकिन परिषदीय बोर्ड आंखे मूंदे पड़ा है और आलम ये है कि तालाब की खुदाई या चोक पड़ी नालियां साफ कराना तो दूर नगर पालिका परिषद स्वयं ही नगर का कूड़ा डालकर तालाबों का वजूद मिटाने पर आमादा है।नगर का हाल तो बेहाल है ही आजकल बाईपास मार्ग / हाई वे के चौड़ीकरण को लेकर मार्ग के दोनो ओर एक नया नाला बनाकर मार्ग को संकुचित किया जा रहा है इस नये बने नाले के कारण जहां तहां से रास्ता भी ब्लाक पड़ा हुआ है जिसका कोई पुरसानेहल नहीं है । नगर के ये हालात देखकर बरबस ही मुंह से महाकवि दुष्यंत की ये लाइने निकल पड़ती हैं –
खास रस्ते बंद हैं तब से मरम्मत के लिए, ये हमारे बख्त की सबसे बडी पहचान है.