सिंगरौली-उड़ीसा के बलंगीर से ट्रक में चूरा(पोहा) के बीच एक दो नही बल्कि 24 बोरी में 5 क्विंटल 5 किलो गांजा छिपाकर छत्तीसगढ़ के रास्ते एमपी के रीवा व यूपी के इलाहाबाद में सप्लाई करने जा रहे अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को एमपी-छत्तीसगढ़ बॉर्डर के बरहपान में कोतवाली पुलिस को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है। आरोपियों के पास बरामद गांजे की बाजार कीमत डेढ़ करोड़ बतायी जा रही है। गिरफ्तार तस्कर गिरोह के सदस्यों के बयान के आधार पर मुख्य सरगना का नाम व पहचान का पता चल गया है, जिसकी तलाश में एक टीम रवाना कर दी गयी है। बहुत जल्द मुख्य सरगना कोतवाली पुलिस के अभिरक्षा में होगा।
उक्ताशय की जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने पत्रकारों को प्रेसवार्ता में दी। इस दौरान नगर पुलिस अधीक्षक देवेश पांडेय व कोतवाली टी आई अरुण पांडेय एंड टीम मौजूद रही। ए एसपी श्री सोनकर*ने बताया कि आरोपी अमित कुमार पटेल उर्फ गोलू पुत्र समयलाल पटेल उम्र 25 वर्ष व अमित उर्फ अप्पू पटेल पुत्र राजेन्द्र पटेल उम्र 20 वर्ष दोनो निवासी लालपुर थाना अमरपाट जिला सतना ट्रक क्रमांक MH04 GC 0081 में उड़ीसा राज्य के बलंगीर से छ.ग. अम्बिकापुर के रास्ते सिंगरौली से रीवा व इलाहाबाद सप्लाई करने जा रहे थे जिन्हें मुखबीर की सूचना पर दरम्यानी रात एमपी-छत्तीसगढ़ बार्डर के बरहपान में घेराबंदी कर अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर गिरोह के दो सदस्य को कोतवाली पुलिस द्वारा दबोच लिया गया।
एएसपी श्री सोनकर के अनुसार दोनो आरोपी उड़ीसा के बलंगीर से ट्रक में कुल 136 बोरी पोहा और उसी के बीच छिपाकर 24 बोरी में गांजा रखा था और बड़ी चतुराई से गांजे की सप्लाई करने वाले थे लेकिन कोतवाली पुलिस के मजबूत सूचना तंत्र ने पानी फेर दिया और पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
मुख्य सरगना की तलाश में टीम रवाना
ए एसपी श्री सोनकर ने आगे बताया कि गिरफ्तार गांजा तस्कर के दोनों सदस्यों ने पूछताछ में मुख्य सरगना नृपेंद्र सिंह उर्फ बबलू सिंह निवासी ग्राम खैरा थाना चोरहटा जिला रीवा का है ,जिसकी तलाश के लिए एक पुलिस की टीम रवाना कर दी गयी है।
इनकी रही भूमिका।
निरीक्षक अरुण कुमार पाण्डेय उनि उदयचन्द्र करिहार, संदीप नामदेव, महेन्द्र सिंह, सउनि पप्पू सिंह, अरविन्द द्विवेदी, प्र.आर. पंकज सिंह, अरूण पटेल, आरक्षक महेश पटेल, जीतेन्द्र सिंह सेंगर, अभिमन्यू उपाध्याय, धर्मेन्द्र कोल राजकुमार द्विवेदी, दिलीप धाकड, संजीत कोल एवं सायबर टीम की उल्लेखनीय भूमिका रही।