झाबुआ शहर में स्थित श्री वाडी हनुमान मंदिर का इतिहास 300 साल पुराना है कहते हैं यहां प्रतिमा खुद प्रकट हुई थी जहां बावड़ी होने से कई लोग पानी भरने आते थे पहले यहां भगवान कोई एक ओटले पर स्थापित किया गया फिर धीरे धीरे मंदिर का स्वरूप दिया गया मंदिर का जीर्णोद्धार 2011 से शुरू हुआ जो 2015 में पूर्ण हुआ आज यहां तीन दिवसीय शिखर कलश प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत चल समारोह के साथ हुई चल समारोह में महिलाएं और पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए महिलाओं ने सर पर कलश रखकर गरबा नृत्य किया पुरुषों ने राम जी हनुमान जी के भजन गाते हुए जयकारे लगाए चल समारोह हनुमान मंदिर से झाबुआ शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए वापस वाडी हनुमान मंदिर पहुंचा। यहां हनुमान जी की आरती की गई हनुमान चालीसा पाठ किया गया भक्तों ने नाच गाकर भगवान को अपने भाव प्रकट किए इसके पश्चात प्रसादी का वितरण किया गया और हवन की शुरुआत की गई आज शाम को 8 बजे से अखंड रामायण जी का पाठ शुरू होगा जो कल शाम तक चलेगा परसों विधि विधान के साथ शिखर कलश की स्थापना की जाएगी उसके बाद भंडारे का आयोजन होगा समिति के गोपाल नीमा ने सभी भक्तजनों को वाडी हनुमान मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान का लाभ लेने का निवेदन किया।
समारोह में 400 से अधिक राम भक्त परिवार ने शिखर कलश प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए सहयोग प्रदान किया तीन दिवसीय आयोजन में भजन मंडली द्वारा भक्तिमय सुमधुर भजन की प्रस्तुति दी जाएगी। आज चल समारोह से पूरे झाबुआ नगर का माहौल भक्तिमय हो गया।