स्वेच्छानुदान मद भाजपायी अपने गिरेबा में झांके – राजकुमार-आंचलिक ख़बरें -हेमंत वर्मा

Aanchalik Khabre
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राजनांदगाँव, मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से गरीब जरूरत मंदों को उपलब्ध करवायी जाने वाली राशि का दुरूपयोग के नाम पर भाजपा के नेताओं द्वारा इतना हो हल्ला मचाया जा रहा है जैसे वे अपने १५ वर्षो के कार्यकाल में दूध के धुले थे। एक बयान के माध्यम से समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कहा है कि जिस प्रकार से भाजपाई शासनकाल के दौरान स्वेच्छानुदान मद की राशि का दुरूपयोग किया गया वे आश्चर्य से परे है अपने १५ वर्षीय कार्यकाल में भाजपाईयों के लिए मद एक चंदा वसूल का माध्यम बन गया था। भाजपा कार्यकाल में सहायता राशि जिन व्यक्तियों एवं संस्थाओं को दी गई लाखों में उसकी जांच की जाये तो पता लगेगा कि नामी गिरामी इंकमटैक्स की अदायगी करने वालों को बिमारी के नाम पर मुम्बई, हैदराबाद, विशाखापट्टम, चेन्नई जैसे अन्य बड़े शहरों के नीजि चिकित्सालयों के डॉक्टरों के ईलाज का खर्च का ब्यौरा बनवाकर लाखों की सहायता राशि ली गई। ऐसे भी कई उदाहरण मिलेंगे ईलाज के नाम पर सहायक राशि की मंजूरी तो करवा ली गई लेकिन ईलाज न करवाकर चिकित्सालयों की मिली भगत से राशि लड़प ली गई साथ ही ऐसी कई फर्जी संस्थाएं भाजपा शासन के दौरान कुकुरमुत्ते की तरह उग आयी थी जो फर्जी व्यक्तियों के नाम पर रजिस्टर्ड करवाकर संचालित की जा रही थी। जो क्या सामाजिक कार्य कर रही थी आज तक किसे नही पता वे सभी संस्थाएं भाजपाईयों से संबंध थी जिन्हे लाखों रूपयों का स्वेच्छानुदान मद से राशि उपलब्ध करायी गई। गरीब जरूरतमंदों को भाजपा के तथाकथित कैम्प कार्यालय से स्थानीय जिला चिकित्सालय का हवाला दिया जाता था या ज्यादा हुआ तो राजधानी रायपुर स्थित अम्बेडकर मेकाहारा का पत्र बनाकर ईलाज हेतु रवाना कर दिया जाता था। करोड़पति भाजपाईयों को सहायता राशि से देश के नामीगिरामी अस्पतालों में ईलाज हेतु राशि उपलब्ध करवायी जाती थी नामी गिरामी सामाजिक संस्थाओं ने सामाजिक कार्याे तथा भवनों के निर्माण के लिए लाखों में सहायता ली गई इस नाते की गरीब वंचितों की हर प्रकार से सहायता की जायेगी। हुआ इसके उलट संस्थाओं में कुछ कतिपय लोगों ने कब्जा कर रखा था जो खुले तौर पर अपना नीजी व्यवसाय कर रहे थे तब भाजपा के कतिपय नेताओं को याद नही आया कि सहायता राशि जनता की गाड़ी कमाई की राशि है जो कर के रूप में वसूली जाती है। वर्तमान सरकार पीछले १५ वर्षो में प्रदान की गई भाजपा शासन काल सहायता राशि की जांच करवाये तो सारा काला चिठ्ठा सामने आ जायेगा। भाजपायी बयान में पहले अपने गिरेबा में झांके की उनके कार्यकाल में जरूरत मंदों को २ से ५ हजार की राशि देकर नीपटा दिया जाता था। करोड़ पतियों को लाखों रूपये मद से दिये गये जिसकी जांच की जानी आवश्यक है।

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