नवाबगंज। नवाबगंज में अमन राइसमिल पर कब्जे को लेकर लम्बे अर्से से छिड़ी जंग थमने का नाम नही ले रही। अमन राइसमिल को बैंक ने लोन की बकायादारी होने पर नीलाम कर दिया था जिसे नगर के ही दूसरे राइसमिल स्वामी ने खरीदा था। नीलामी मे मिल खरीदने के बाद उस पर कब्जा भी दूसरे पक्ष ने कर लिया पर उसके बाद से पूर्व मालिक ने बैंक पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए नीलामी कराने का आरोप लगाया था। इसके बाद से दोनों पक्षों में एक दूसरे को सहमात देने का जो खेल शुरू हुआ वह थमने का नाम नही ले रहा है। शनिवार को नीलामी ने मिल खरीदने बाले पक्ष ने मिल में निमार्णा कार्य कराना प्रारम्भ किया तो पूर्व मालिक ने थाने पर न्यायालय का स्टे दिखाकर निर्माण कार्य रूकवाने की मांग की तो पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया जहां दोनों ने ही स्टे आर्डर दिखाते हुए अपनी बात कही। फिलाहल कोतबाल ने निर्माण कार्य रूकवाने के साथ ही दोनों के स्टे आर्डर मान्य रहने तक कोई भी निर्माण कार्य कराने से मना कर दिया। आपको बताते चलें नील पर अपना कब्जा कर लिया 1 फरवरी को स्टे आर्डर रफीक अहमद माननीय न्यायालय में दे दिया वहीं दूसरे पक्ष ने भी इस मामले में न्यायालय से स्टे ऑर्डर ले लिया है शुक्रवार को रमेश चंद बंगाली बाबू ने निर्माण कार्य शुरू कर आया था जिसकी जानकारी रफीक अहमद मिली तो उन्होंने पुलिस से निर्माण कार्य रुकवाने की मांग की तो वही अशोक कुमार कंबोज ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनका स्टे देखकर और कहा कोई भी निर्माण नहीं कर आएगा जब तक न्यायालय का आदेश नहीं मिलेगा दोनों ने कोतवाल अशोक कुमार कंबोज की बात का पालन किया और कहा हम निर्माण नहीं करेंगे इसी बात को लेकर दोनों को पुलिस ने भेज दिया