मेला निकलने के बाद दलाल हुए सक्रिय, मेला में अव्यवस्था फैलाने के लिए दलालों के गुरु खुद बैठे ठेकेदार के बगल में, जिसको चाहते वही गाड़ी अंदर प्रवेश, जबकि ठेका पार्किंग में खड़ी करने के हुआ था, और वाहनों को अंदर प्रवेश कर ठेकेदार व दलालों के गुरु, मोटी रकम कमाने में जुटे. यही नही बीती रात से ही, दलालों ने बैरियल से गाड़ी अंदर करने लगे, और ट्रेक्टर भी भीड़ में तांडव करते अंदर ले जाने लगे. प्रशासन नही दे रहा है ध्यान, जबकि मेला में बाहरी पुलिस थी तो, सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा की नियमो की कड़ाई से पालन हुआ. जिस कारण इस नवरात्रि की मेला व्यवस्था काफी अच्छी थी. लेकिन नौ दिन पूरे होते ही, पुनः व्यवस्था अपनी पुरानी ढर्रे पर आ गई, और व्यवस्था फिर दलालों द्वारा चौपट करने लगे.