नई दिल्ली – दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध श्री अरबिंदो कॉलेज के दो दिवसीय वार्षिकोत्सव “महक–2022 ” ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मंगलवार से किया। कॉलेज यह कार्यक्रम दो वर्षों तक कोविड जैसी वैश्विक महामारी के चलते ऑनलाइन मनाता आ रहा था किंतु इस वर्ष अत्यंत भव्य अंदाज में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर विपिन अग्रवाल ,कल्चरल कमेटी की संयोजिका प्रोफेसर मीता माथुर व मीडिया संयोजक डॉ. हंसराज सुमन ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। साथ ही कॉलेज की छात्राओं ने माँ सरस्वती की वंदना प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
अरबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर विपिन अग्रवाल ने दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अत्यंत हर्ष है कि कोविड के कारण पिछले दो सालों के बाद होने वाले इस वार्षिकोत्सव को लेकर विद्यार्थियों में काफी उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है यही कारण है कि विश्वविद्यालय की 50 से अधिक सांस्कृतिक सोसायटी की टीमों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। अपने संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि अरबिंदो कॉलेज इस साल अपना गोल्डन जुबली वर्ष भी मना रहा है और इसके अंतर्गत साल भर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली टीमों को अपनी शुभकामनाएं व बधाई दी । सांस्कृतिक कार्यक्रम की संयोजिका प्रोफेसर मीता माथुर ने उद्घाटन सत्र में अपने विचार रखते हुए कहा कि कोविड महामारी के बाद यह पहला अवसर है जिसमें सर्वाधिक टीमों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।उन्होंने यह भी कहा कि हमारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की लोकप्रियता को भी सिद्ध करती है।
कॉलेज के मीडिया संयोजक व कल्चरल सोसायटी के सदस्य डॉ.हंसराज सुमन ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि महक हमारे कॉलेज की एक सांस्कृतिक धरोहर है जिसे हम अपनी साल भर की उपलब्धियों के रूप में मनाते है इसमें कॉलेज में एक हर्ष व उल्लास का माहौल तो होता है ही साथ में छात्रों को खेलकूद तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेकर अपना शारीरिक और मानसिक विकास करने का भी अवसर मिलता है। डॉ.सुमन ने आगे कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम हमारे देश की विविधतापूर्ण सांस्कृतिक एकात्म की छवि को भी प्रदर्शित करती है और छात्रों को अपने देश की संस्कृति व कला के बारे में जानकारी मिलती है ।
संयोजिका प्रोफेसर माथुर ने बताया कि दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के पहले दिन नुक्कड़ नाटक , भारतीय शास्त्रीय एकल नृत्य , लोक नृत्य , वाद्ययंत्र प्रस्तुति , क्लासिकल डांस , फोक डांस , वेस्टर्न म्यूजिक , भारतीय शास्त्रीय तथा लोकनृत्य व फोटोग्राफी , पेंटिंग , पोस्टर मेकिंग आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । डॉ.हंसराज सुमन के अनुसार इन प्रतियोगिताओं में भारतीय संगीत में दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज की शिवांगी शर्मा ने प्रथम स्थान तथा अमेटि यूनिवर्सिटी के दीपांशी शर्मा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया । एकल वाद्ययंत्र प्रस्तुति में हिन्दू कॉलेज के स्वरित कृष्ण शाह ने प्रथम स्थान तथा अमेटी यूनिवर्सिटी के ऋषभ जोशी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया । शास्त्रीय नृत्य में दौलतराम कॉलेज की छात्रा नयन श्री ने प्रथम स्थान तथा स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज के छात्र सागर ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन कॉलेज की विभिन्न समितियों के संयोजक व शिक्षकों / कर्मचारियों ने भाग लिया इनमें डॉ.वंदना भल्ला , डॉ.अपराजिता चौहान , प्रोफेसर प्रबिता कुमार , प्रोफेसर प्रमोद कुमार सिंह , डॉ. प्रदीप कुमार सिंह , प्रोफेसर संगीता कौल , डॉ. सोनी रस्तोगी , डॉ. मीनाक्षी चौधरी , डॉ. अंजली , डॉ.पूनम जैन , पवन गुप्ता , पवन कौशिक , किरण कुमार आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.शिखा नारंग व डॉ. हेमा नागपाल ने किया।