मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का करें उपयोग, दरवाजे खिड़की में लगाएं जाली-आंचलिक ख़बरें-रमेश कुमार पाण्डे

Aanchalik Khabre
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Anopheles mosquito scaled 1

 

मलेरिया के दिखें लक्षण तो कराएं जांच, संपूर्ण दवा का करें सेवन

जिला कटनी – मलेरिया एक वाहक जनित रोग है, जो कि संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर द्वारा फैलता है। मलेरिया से पीडि़त व्यक्ति को ठण्ड लगकर बुखार आना, उल्टी, सिरदर्द आदि परेशानी होती है। यदि किसी भी व्यक्ति को इस तरह के लक्षण नजर आते हैं तो वे तत्काल अपने ब्लड की जांच कराएं और चिकित्सकों की सलाह अनुसार संपूर्ण दवा का सेवन करें।

जिला मलेरिया अधिकारी शालिनी नामदेव ने बताया कि मलेरिया बीमारी से लोगों का बचाव हो सके, इसको लेकर जिले में विभाग द्वारा इस तरह की सलाह लगातार कर्मचारियों द्वारा विभिन्न माध्यमों से दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसका उद्देश्य मलेरिया के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। भारत सरकार ने 2030 तक मलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि पिछले छह वर्ष में जिले में मलेरिया के मामलों में काफी कमी आई है।

वर्तमान में विकास खंड स्तर पर लगाए गए स्वास्थ्य मेलों में भी विभाग द्वारा मलेरिया से बचाव को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया है। आगामी सप्ताह में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्रों ग्रामीण इलाकों मेें आशा, सीएचओ, एमपीडब्लू, एएनएम द्वारा मलेरिया के प्रति जन जागरूकता व जॉच की जाएगी।

मलेरिया होने पर यह करें

कोई भी बुखार आने पर खून की जॉच आवश्यक कराएं व मलेरिया पॉजिटिव आने पर मलेरिया के प्रकार के अनुसार सम्पूर्ण दवा का सेवन करें। मलेरिया की जॉच जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उपस्वास्थ्य केन्द्र व आशा द्वारा निशुल्क की जाती है व इसका उपचार भी निशुल्क किया जाता है।

मच्छरदानी का करें उपयोग

मच्छरदानी का उपयोग वर्ष भर करें। पूरी बाहों के कपडे़ पहने, घरों मेें खिड़की, दरवाजों पर मच्छर जाली लगाएं, शाम को नीम का धुंआ करें। मच्छर जनित परिस्थतियों को उत्पन्न न होने दे, घर के आस-पास सफाई रखें, जल जमाव की स्थिति में जल की निकासी बनाएं व जले हुए तेल को जल भराव वाले स्थानों पर डालें।

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