बरगी की यही रही रफ्तार तो अगली पीढी को मिलेगा जल -घर्मेश-आंचलिक ख़बरें-मनीष गर्ग

Aanchalik Khabre
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मैहर – नमामि देवी नर्मदे नमामि देवी शारदे के जयघोषों को सुनने के लिये मैहर की आम जनता अतुर है किन्तु प्रदेश की शिवराज सरकार के दिखाये जा रहे सपने साकार होते नजर नही आ रहे है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नपा अध्यक्ष घर्मेश घई ने शिवराज सरकार पर यह आरोप लगाये है श्री घई ने बताया कि जैसे ही नर्मदा जी के पवित्र जल को विंध्य की घरती में लाने की मुहिम मे विरोध के स्वर मुखर होने लगते है तो मुख्यमंत्री या उनके नुमाइंदे स्लीमनाबाद पहुंच कर निरीक्षण कर कार्य प्रगति पर है का आम जनता के बीच भ्रम फैलाने लगते है और उठ रहे विरोध के स्वरो को शान्त करने का कुटिल प्रयोग करते आ रहे है और क्षेत्र का किसान अपनी उम्मीदों पर फिर एक नई नजर आस भरी फिर लगा बैठते है श्री घई ने बताया, स्लीमनाबाद पहाड़ को काटकर 12 किमी नहर बनाने के लिए इंजीनियरों ने दो प्रोजेक्ट तैयार किए थे। पहला प्रोजेक्ट 376 करोड़ रुपए का था। उसमें पहाड़ा को काटकर ओपन कैनाल बनाने का प्रस्ताव था। दूसरा प्रोजेक्ट पहाड़ पर टनल खोदकर नहर बनाने का था। ओपन कैनाल के मुकाबले टनल निर्माण की लागात 769 करोड़ रुपए लगभग आकी गई थी। सुरंग निर्माण का प्रोजेक्ट महंगा और जटिल होने के कारण इंजीनियरों ने प्राधिकरण कमेटी के सामने ओपन कैनाल का प्रोजेक्ट स्वीकृति के लिए रखा था।

लेकिन सरकार के मंत्री ने यह कहते हुए ओपन कैनाल के प्रोजेक्ट को खारिज कर दिया था कि पहाड़ धंसने से बार-बार नहर की मरम्मत करानी होगी। मंत्री ने लागत अधिक होने के बावजूद टनल निर्माण के प्रोजेक्ट को साइन किया था। इंजीनियरों के सुझाव के विपरीत मंत्री द्वारा लिया गया टनल निर्माण का निर्णय सतना की जनता पर 15 साल बाद भी भारी पड़ रहा है। सुरंग निर्माण का कार्य पूरा न होने के कारण विंध्य के हिस्से का पानी स्लीमनाबाद में फंसा हुआ है।

वर्तमान स्थिति
सरकार ने सुरंग एवं नहरों का निर्माण पूरा कर 2013 में बरगी का पानी सतना के खेतों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा था। लेकिन, टनल निर्माण कार्य पूर्ण न होने के कारण इसकी समय सीमा बढ़ाकर 2018 कर दी गई थी। और फिर अब सरकार 2023 तक समय सीमा बता रही है इतना समय बीत जाने के बाद भी सुरंग निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो सका। विंध्य की जनता से छल कब तक यह शिवराज सिंह की सरकार करती रहेगी इसे लेकर असमंजस की स्थित अभी भी बरकरार है।
नए प्रोजेक्ट पर अमल करे सरकार
नर्मदा का जल लाओ आभियान के तहत प्रगतिशील विचारधारा के घनी लोगो का एक दल पिछले माहो में नर्मदा उद्गम स्थल अमरकंटक पहुंचकर धर्मेश घई के नेतृत्व में नर्मदा तट पर खड़े होकर यह संकल्प लिया था की मां नर्मदा का पवित्र जल मैहर लाने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे एवं मां नर्मदा को पवित्र भूमि मां शारदा मैहर आने के लिए आमंत्रित किया था इसी अभियान को सफल बनाने के लिए पूर्व नपा अध्यक्ष धर्मेश घई ने का कह कि सरकार को ईश्वर सद्बुद्धि दे स्लीमनाबाद रिज में सुरंग का निर्माण कर नहर बनाना कठिन कार्य है। सुरंग निर्माण का कार्य जिस गति से हो रहा है, निर्माण पूरा होने में कई वर्ष और बीत जाएंगे। ऐसे में अब सरकार के पास एक ही विकल्प है। सुरंग निर्माण का कार्य बंद कर ओपन कैनाल के नए प्रोजेक्ट पर अमल किया जाए। पूर्व में इंजीनियरों का दावा था कि टनल की बजाय यदि ओपन कैनाल खोदी जाए तो एक साल में निर्माण कार्य पूर्ण हो सकता है। इससे किसानों को पानी मिलने लगेगा। सरकार को इस पर निर्णय लेना चाहिए । नहीं तो आने वाले समय में क्षेत्र के किसानों को लेकर एक बड़ा जन जागरण अभियान प्ररम्भ किया जाएगा इस जन जागरण अभियान के माध्यम से शिवराज सरकार से मांग कि जायेगी कि इसी पीढी को ही नर्वादा का पवित्र जल चाहिये ।

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