ओबीसी में दिखा कई पार्टियों की एक जुटता
सिंगरौली में ओबीसी दुकानें बंद करा कर प्रदर्शन करने में सफल दिखा।
सिंगरौली /ओबीसी महासभा के द्वारा एवं कई राजनैतिक पार्टियो के नेतागण सक्रिय भूमिका निभाई बैढ़न के मल्हार पार्क के ओबीसी संगठनो समेत राजनैतिक पार्टियों मे काँग्रेस, बसपा, सपा, आप समेत कई पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा मल्हार पार्क से पूरे बैढ़न शहर के दुकाने बन्द करवाते हूए कलेक्टेड कार्यकल के सामने एक आम सभा का आयोजन किया गया जिसमे व्यापारि साथियो का सभी ने आभार व्यक्त किया।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ओबीसी के साथ किये जा रहे दुर्व्यवहार को साथ ही ओबीसी वर्ग के साथ हो रहे अत्याचार को खत्म करने के लिए ओबीसी के प्रतिनिधियों को जनसंख्या के अनुपात में अपनी समुचित भागीदारी की मांग कर रहे है, ओबीसी से प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार ओबीसी को पुनः गुलाम बनाना चाहती है। 10 मई को माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर भी ओबीसी के प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार ओबीसी को उसकी भागीदारी देने के लिए कटिबद्ध है तो संविधान के राज्य सूची में संसोधन कर उसका समुचित भागीदारी सुनिश्चित करें।
रामशिरोमणी शाहवाल ने अपने उदबोधन में कहा सरकार ओबीसी को गुमराह कर रही है, ओबीसी की समुचित भगिदारी देने को तैयार नही है यह केवल चुनावी राजनीति के लिए ओबीसी को गुमराह के नाम पर वोट बैंक के लिए आरक्षण देने का नाटक कर रही है।
रेनू शाह ने अपने उदबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश में ओबीसी की हालात बहुत ही दयनीय है इनको समानता के स्तर में लाने के लिए ओबीसी का प्रतिनिधित्व आवश्यक है और इसे हम लड़ के लेंगे।
बंशरूप शाह ने अपने उदबोधन में कहा मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ओबीसी को केवल मूर्ख बनाने का काम कर रहीं है जिसने अपने 19 वर्षो के कार्यकाल में आज तक ओबीसी को गुमराह कर के रखा है, केवल लालीपॉप दे कर ओबीसी के अधिकारियों व दायित्वों के साथ फेरबदल कर रही है, उसी में कांग्रेस ने भी मध्यप्रदेश में 54 वर्षो तक शासन किया है जिसकी राजनीति उठा पटक की रही है।
मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री रहे बंशमणी वर्मा ने अपने उदबोधन कहा कि जब तक ओबीसी को उसकी समुचित भागीदारी नही मिलती हम संघर्ष करते रहेंगे।
गेना लाल नेअपने उद्बोधन में कहा कि जब तक प्रतिनिधित्व नही मिलता संघर्ष जारी रहेगा, ओबीसी समुदाय को सदियों से दबाया गया है उनका शोषण किया गया है कभी जाती के नाम पर, कभी दलित के नाम पर, कभी शुद्र के नाम पर तो कभी नीच के नाम पर लेकिन मध्यप्रदेश सरकार अब ये होने नही देंगे नीद चैन सब त्याग कर अपनी लड़ाई को लड़ेंगे और समाज के जागृति लेकर अपना हक ले के रहेंगे, मैं सरकार का घर नही मांग रहा हूँ मैं दूसरे का प्रतिनिधित्व नही मांग रहा हूँ मैं वही मांग रहा हूँ जो मेरा अधिकार है जो मेरा हैं जिसे संविधान में हमारी भागीदारी सुनिश्चित कीया गया है उसे ही मांग रहा हूँ, हमे ज्यादा नही चाहिए हमे केवल हमारा प्रतिनिधित्व चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बंशमणि वर्मा (पूर्व मंत्री), अध्यक्षता कर रहे रामशिरोमणि शाहवाल, रेनू शाह (पूर्व महापौर एवं विधानसभा पूर्व प्रत्याशी), सुनील जायसवाल (संस्थापक ओबीसी महासंघ), सुदामा कुशवाहा संयोजक (ओबीसी महासंघ), ज्योति वर्मा (जिला अध्यक्ष महिला ओबीसी महासभा), सुरेश शाहवाल (पूर्व जिलाध्यक्ष बसपा), गेना लाल शाह (पूर्व पार्षद), मंच संचालन कर रहे अक्षय शाह (आप जिलाध्यक्ष), अधिवक्ता बृजेन्द्र शाह, अर्जुन शाह, अशोक शाह, रजनीश शाह, अनिल शाह, संजय कुमार शाह, सुरेश शाह, राजेश,आदि सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ताओं ने
कार्यक्रम स्थल से चल कर कलेक्टर कार्यालय पहुच कर ज्ञापन सौंपा।