अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हो चुके खंडवा के पर्यटन स्थल हनुवंतिया में स्थानीय चौकीदार और गार्ड द्वारा पर्यटकों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. आक्रोशित ग्रामीणों ने इसके विरोध में मूंदी थाने का घेराव कर सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. देखिए ये रिपोर्ट.
– एक तरफ भारतीय सैनिक देश की सुरक्षा के लिए सरहदों पर अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं. वहीं खंडवा में इन भारतीय सैनिकों के परिजनों का हौंसला बढाने की बजाय इनके साथ मारपीट की जा रही है. हम आपको पूरी घटना बताते हैं. यह है भारतीय सेना में तैनात अमित सिंह का डरा हुआ परिवार. किसी दुश्मन मुल्क के हाथों नही बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात हनुवंतिया के सुरक्षाकर्मियों के गुंडागर्दी के कारण. दरअसल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन के लिए अपनी अलग पहचान बना चुके हनुवंतिया में किसी भी सैलानियों को बाहर से खाद्य सामग्री अंदर ले जाना मना है. सरहद पर तैनात अमित सिंह की पत्नी और उनके रिश्तेदार अपने इन नॉनिहालों के लिए दूध का बोतल लेकर ह्नुवंतिया के अंदर जाना चाहती थी. लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने नियम का हवाला देते हुए अंदर जाने से मना कर दिया. विरोध करने पर सुरक्षाकर्मियों ने अमित सिंह के भाई विपुल सिंह की इतनी जमकर पिटाई की कि उसमे उसकी एक आंख पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
आक्रोशित ग्रामीणों ने परिजनों के साथ मूंदी थाने का रविवार शाम घेराव कर सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कारवाई की मांग करते हुए पीड़ित का ईलाज कराने की मांग की है. मूंदी थाना प्रभारी ने भी मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आरोपी सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने का आश्वासन दिया है.
-बहरहाल, पर्यटकों के साथ ह्नुवंतिया में मारपीट का यह पहला मामला नही है. लेकिन इस बार एक सैनिक के परिजनों के साथ हुए अपमान को ग्रामीण भी बर्दाश्त करने के मूड में नही है. अब देखना यह है की कानून की परिभाषा में सरहद पर तैनात जवान को इन्साफ मिलता है या नही.