सीमावर्ती क्षेत्रों में चाक चौबंद व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ मतदाता भयमुक्त होकर मतदान कर सकें जिसके लिए हुई वृहद चर्चा
सिंगरौली/मध्य प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन को लेकर जहां चुनाव आयोग पूरी तरह से सख्त है वहीं पर बताते चले कि सिंगरौली जिले के पुलिस अधीक्षक श्री वीरेंद्र सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर के मार्गदर्शन में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी चितरंगी हीमाली पाठक द्वारा थाना प्रभारी चितरंगी डीएन राज एवं थाना प्रभारी गढ़वा अनिल उपाध्याय के साथ उत्तर प्रदेश से सटे हुए सीमावर्ती क्षेत्र लमसरई,मौहरिया,ङीघवार,रमडीहा,
झरकटिया,ठटरा जैसे सभी क्षेत्रों का भ्रमण किया गया।वहीं लोगों से जाकर उक्त क्षेत्र के बारे में जायजा लेते हुए सीमावर्ती नजदीकी थाना जुगैल में पहुंचकर एसडीओपी हिमाली पाठक द्वारा थाना प्रभारी जुगैल के साथ बैठक की गई।उक्त बैठक में मध्य प्रदेश में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत को शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने की बात कही गई तथा थाना प्रभारी जुगैल से यह भी चर्चा की गई कि किसी भी तरह से चुनाव में विसंगतिया न हो जिसके लिए अपराधियों पर, असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखते हुए कड़ाई के साथ निगरानी जरूरी है।गौरतलब हो कि त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन चुनाव को देखते हुए आदर्श आचार संहिता पूरे मध्यप्रदेश में प्रभावी है जिससे मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश में आने जाने वाले लोगों के ऊपर भी निगरानी रखी जाए।सघन चेकिंग की जाए किसी भी तरह से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन न होने पाए।जो कोई भी ऐसा करते पाया जाता है उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाए। जिससे मध्य प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन तीनो चरण के व नगरीय निकाय के चुनाव सही सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके ।एसडीओपी चितरंगी द्वारा जुगैल पहुंचने पर थाना प्रभारी जुगैल के साथ पूरे स्टाफ में एक विशेष उत्साह दिखाई दिया।जहां आपसी चर्चा के दौरान अनुविभागीय पुलिस अधिकारी के बातों को ध्यान में रखते हुए अपने दायित्वों का जिम्मेदारी पूर्वक निर्वाहन करने की बात की गई।वहीं सीमावर्ती क्षेत्रों में चाक-चौबंद व्यवस्था रखे जाने सहित मतदाताओं के ऊपर माफियाओं,गुंडो का भय न रहे इस पर भी विस्तृत चर्चा की गई।वहीं सीमावर्ती क्षेत्रों में रात्रिकालीन पुलिस का गस्त अनिवार्य है ताकि उत्साह के साथ मतदाता भयमुक्त मतदान कर सकें,इस पर भी एसडीओपी चितरंगी द्वारा विस्तृत चर्चाएं की गई।