झाबुआ, 23 जून, 2022। आज दिनांक 23 जून-2022 को मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एवं माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमान मोहम्मद सैय्यदुल अबरार के मार्गदर्शन एवं जिला न्यायाधीश/सचिव श्रीमान लीलाधर सोलंकी के निर्देशन में न्यायालय परिसर झाबुआ में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन स्वास्थ्य विभाग झाबुआ के सहयोग से किया गया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमान मोहम्मद सैय्यदुल अबरार द्वारा फीता काटकर किया गया। साथ ही विशेष न्यायाधीश श्रीमान महेन्द्र सिंह तोमर, जिला न्यायाधीश/सचिव श्रीमान लीलाधर सोलंकी, अपर जिला न्यायाधीश भरत कुमार व्यास, न्यायिक मजिस्ट्रेट गौतम सिंह मरकाम, न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय पाल सिंह चौहान, श्रीमति पूनम सिंह, साक्षी मसीह रक्तदान करने वालों में प्रमुख रहें। शिविर में माननीय महोदय द्वारा बताया गया कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। यह पहल लोगों की जिंदगी बचाता है। ऐसे कार्यक्रम होने चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्त को कृत्रिम रूप से बनाया नहीं जा सकता है यह इंसान के शरीर में स्वयं ही बनता है इसकी आपूर्ति का कोई अन्य विकल्प नहीं है उन्होंने रक्तदान को महादान बताया। रक्तदान शिविर में विशेष न्यायाधीश महेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि लोगों की जागरूकता की देन है कि कोरोना महामारी में भी खून की कमी नहीं हुई जरूरतमंदों को आसानी से ब्लड बैंक से खून मिलता रहा। उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोगों का यह नैतिक कर्तव्य है कि वो मानव जीवन को बचाने के लिए समय-समय पर रक्तदान करे तथा समाज में रक्तदान के प्रति फैली भांतियों को दूर करे ताकि रक्तदान को बढ़ावा दिया जा सके। कार्यक्रम में सोलंकी जी द्वारा सभी का आभार जताते हुए कहा कि शिविर को सफल बनाने में सभी लोगों का अहम योगदान रहा। साथ ही उन्होंने रक्तदाता द्वारा किये गये रक्तदान के लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं। यह भी अपील करता हूं कि जब भी किसी को जरूरत पड़े तो रक्तदान करने में आगे रहें। रक्तदान करना जीवनदान करना जैसा है। इसलिए इस पुण्य काम में हमेशा आगे रहें। रक्तदान करने से स्वास्थ्य को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के द्वारा बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी रक्तदान शिविर का आयोजन स्वास्थ्य विभाग झाबुआ के सहयोग से किया गया। रक्तदान शिविर में 23 लोग रक्तदान कर महादानी बनें। रक्तदाताओं ने इंसानियत का फर्ज निभाया और भविष्य में भी जरूरतमदों को खून देने का संकल्प लिया। रक्तदान शिविर के दौरान डॉक्टर और मेडिकल टीम हमेशा तैनात रहीं। रक्त देने वालों की पहले जांच की गई अगर वह व्यक्ति रक्त देने लायक होता था, तभी रक्त दिया जा रहा था। शिविर में मेडिसिन का इंतजाम किया गया था। रक्तदान शिविर की व्यवस्था से रक्तदान करने वाले भी संतुष्ट नजर आए। शिविर में 23 यूनिट रक्तदान हुआ। जिला चिकित्सालय का पूर्ण सुविधा युक्त रक्त संग्रहण वाहन में ही जिला न्यायालय परिसर में ब्लड कनेक्शन लिया गया। रक्त संग्रहण वाहन मय डॉक्टर, विशेषज्ञ, लेब एक्सपर्ट एवं मेडिकल उपकरण सहित उपलब्ध करवाई गई। रक्तदान शिविर में न्यायाधीशगण एवं न्यायालयीन कर्मचारियों के द्वारा उत्साह एवं उमंग के साथ रक्तदान किया गया। शिविर शुभारंभ अवसर पर विशेष न्यायाधीश महेन्द्र सिंह तोमर, जिला न्यायाधीश/सचिव लीलाधर सोलंकी, अपर जिला न्यायाधीश संजय चौहान, भरत कुमार व्यास, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गौतम सिंह मरकाम, न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय पाल सिंह चौहान, पूनम सिंह, साक्षी मसीह, जिला विधिक सहायता अधिकारी मुकेश कौशल, चिकित्सा अधिकारी डॉ. मारूतसिंह दातला, बायोकेमिस्ट वीरेंद्र सिसोदिया, वेन अटेंडर, सीनियर लेब टेक्नीशियान रमेश सोलंकी, विनय हिहोर एवं न्यायालयीन कर्मचारी उपस्थित रहें।
संदेशः- हर वोट कीमती, हर निकाय महत्वपूर्ण।