निर्वाचन के दौरान महिला पार्षद की सुरक्षा हुई तार-तार👆🏿एसडीओ(राजस्व),सीएमओ नगर परिषद,व पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष रामनगर पर नव निर्वाचित पार्षद ने लगाए उत्पीड़न,व अश्लील गालियां, देने धक्का मुक्की करने के आरोप,नगर परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान की घटना, पुलिस को दिए शिकायत पत्र के अनुसार तहसील कार्यालय परिसर रामनगर स्थित सम्मिलन स्थल पर वार्ड नम्बर तीन की निर्वाचित कांग्रेस की पार्षद व नगर परिषद अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार दीपा दीपू मिश्रा व अन्य कांग्रेस के पार्षदों द्वारा,साक्षर योग्य पार्षदों के स्थान पर प्रॉक्सी वोटरों के मतदान करने पर निर्वाचन अधिकारी तहसीलदार एल.आर जांगड़े को लिखित आपत्ति शिकायत प्रस्तुत करने के दौरान,उनके आपत्ति पत्र को फाड़कर,गाली गलौज,धक्का, मुक्की,करते हुए मतदान स्थल से बल पूर्वक बाहर कर,मतदान से वंचित करने का लिखित आरोप ,शिकायती आवेदन पत्र थाना कार्यालय रामनगर में प्रस्तुत किया गया है,उनका आरोप यह भी है कि निर्वाचन काल के दौरान एसडीओ(राजस्व) अनधिकृत रूप से वँहा उपस्थित होकर,कुछ ऐसे प्रॉक्सी वोटरों से मतदान करवाया,जिसमे वह न तो इनके सगे थे या रिश्तेदार,उक्त निर्वाचन कार्यक्रम की कोई फ़ोटो/व वीडियो उपलब्ध नही होने का कारण वँहा पर मीडिया को भी बैन कर दिया गया ,न ही निर्वाचन कार्यवाही कार्यक्रम की वीडियो ग्राफी कराई गई, जिससे सारी चुनावी प्रक्रिया पर सवालिया निशान है वही तहसील परिसर के चारो तरफ वैरिकेटिंग कर दी गई,कुल मिलाकर सिंहासन व ताज पाने की दौड़ में तंत्र का सहारा लेकर सत्य,न्याय,धर्म की बखिया उड़ती देखी जा सकती है,खैर इस मामले पर देखना यह है कि कार्यवाही क्या होती है,जांच के बाद एफआईआर होकर कार्यवाही होगी या एफआईआर के बाद जांच कार्यवाही होकर मामला टॉय-टॉय फिस्स हो जाएगा क्योकि आरोप गम्भीर है,व गम्भीर लोगो पर लगे है,साथ ही फरियादी भी गम्भीर ही है,जिस आवेदन की कॉपी जिला कलेक्टर सतना व पुलिस अधीक्षक महोदय के समक्ष भी सक्षम आवश्यक कार्यवाही करने को दी जा रही है,मगर महिला सुरक्षा का बखान करने वाले ही जब महिलाओं के सम्मान,से खेले,उनकी इज्जत मर्यादा का माखौल उड़ाए तो फिर समाज मे क्या सन्देश जाता है,,यह सत्ता व सरकार के मुखिया जाने!