करोड़ों जन्म के पुण्य से बनता श्रीमद्भागवत कथा सुनने का संयोग : अनूप महाराज
हरदोई| जिले के ग्राम पेंग देवी मां मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस में असलापुर धाम से पधारें सुप्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य अनूप ठाकुर जी महाराज ने कहा कि वेद व्यास जी महाराज ने श्रीमद्भगवत कथा में लिखा है जिसके करोड़ों-करोड़ों जन्मों के पुण्य एकत्रित हो जाते है वो व्यक्ति भागवत कथा सुनता है। भागवत को सुनने का फल है ये भागवत कल्प वृक्ष है।व्यक्ति इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है। इसलिए अच्छे कर्म करो। भाग्य, भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए भागवत कथा सुनो। केवल सुनो ही नहीं बल्कि भागवत की मानों भी।
अनूप महाराज ने पितामह का उदाहरण देते हुए कहा कि भीष्म पितामह छह महीने तक वाणों की शैय्या पर लेटे थे। बाणों की शैया पर लेटे हुए वे सोच रहे थे कि मैंने कौन-सा पाप किया है जो मुझे इतने कष्ट सहन करने पड़ रहे हैं। उसी वक्त भगवान कृष्ण भीष्म पितामह के पास आते हैं। तब पितामह कृष्ण से प्रश्न करते हैं तो भगवान कृष्ण कहते हैं कि आप अपने पुराने जन्मों को याद करो और सोचो कि आपने कौन सा पाप किया है। पितामह कहते हैं कि उन्होंने पिछले जन्म में रतीभर भी पाप नहीं किया था। इस पर कृष्ण उन्हें बताते हैं कि पिछले जन्म में जब आप राजकुमार थे और घोड़े पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। उसी दौरान आपने एक नाग को बाण द्वारा जमीन से उठाकर फेंक दिया तो कांटों पर लेट गया था और वह छह माह उन्ही कांटों पर तड़पता रहा और उसके प्राण नहीं निकले थे। इस कर्म के फल की वजह से आपको इस जन्म में उसे भुगतना पड़ रहा है! कथा श्रवणार्थ नीतू मिश्रा, प्रताप गुप्ता, डा. कुलदीप गुप्ता, दिलीप गुप्ता, मोहित गुप्ता, गुड्डू कुशवाहा, भूरा सक्सेना, महिपाल सिंह यादव, वेदी पाल, रामप्रसाद कुशवाहा, आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें!