झुंझुनू।इत्तेहादुल मुस्लिम सोसायटी का जिला अध्यक्ष मुहम्मद जुबैर कुरैशी के नेतृत्व में 11 दिवसीय बेदार ए मिल्लत इस्लाहे मुशायरा सम्पन्न हुआ। कुरैशी ने बताया की 30 अगस्त से 10 सितम्बर तक चले इस मुशायरे में रस्मों रिवाज व कुरीतियों के खिलाफ सामाजिक जागरूकता अभियान चलाया गया।उन्होंने इस महीने पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस महीने में दुनिया के पहले इंसान आदम अली सलाम की दुआ कबूल हुई। इस महीने में युनूस अली सलाम को मछली के पेट से निजात मिली, इस महीने में जालिम बादशाह फिरोंन को दरिया में डूबो दिया गया था। और मुसा को और उसकी कौम को फतह हासिल हुई।इब्राहिम अली सलाम को आग से बचाया गया। इसी महीने में मुहम्मद साहब के प्यारे नवासे हज़रत हुसैन की शहादत हुई। कुरैशी ने रस्मों रिवाज कुरीतियों से होने वाली फिजूल खर्ची से समाज और प्रशासन दोनों को नुकसान होता है,जिस कारण इससे बचना चाहिए। इस दौरान मौलाना शेर मुहम्मद, मौलाना हसनैन,मौलाना शकरूदीन,मौलाना मेहमूद उल हशन,मौलाना युनूस हाफ़िज,शौकत हाफिज कुर्बान,मौलाना अब्दुल रहमान,हाफिज अफजल,हाफिज शाकिर,मौलाना अली शेर,हाफिज शौकत, मौलाना साबिर,मौलाना नवेदुल्लाह आदि ने विचार रखे।