झाबुआ , उच्च शिक्षा विभाग गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के अंतर्गत अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में शहीद चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, झाबुआ में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार ‘ब्रिटिश पोएट्री: ए रिफ्लेक्शन ऑफ लाइफ’ विषय दिनांक 10 दिसंबर 2022 को आयोजित किया गया कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉक्टर अरुण देव पारीक ,मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर ,जयपुर राजस्थान की भाषा साहित्य व सांस्कृतिक अध्ययन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं ।कार्यक्रम के अध्यक्ष व संस्था के प्राचार्य डॉ.जे. सी.सिन्हा ने कार्यक्रम की शुभारंभ की व स्वागत उद्बोधन दिया । उन्होंने कविता की विभिन्न आयामों का वर्णन करते हुए ब्रिटिश साहित्य का भारतीय साहित्यकारों पर प्रभाव स्पष्ट किया। प्रशासकीय अधिकारी डॉ.रविंद्र सिंह द्वारा साहित्य व जनजीवन के आपसी संबंध को स्पष्ट किया गया। डॉ. पुलकिता आनंद ने कार्यक्रम का संयोजन करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।तत्पश्चात मुख्य वक्ता का परिचय प्रो. मिताली नीमा द्वारा दिया गया।
अपने उद्बोधन में मुख्य वक्ता द्वारा ब्रिटिश पोएट्री के विभिन्न युगों व विभिन्न कवियों की कविताओं को उदाहरण देते हुए यह स्पष्ट किया गया कि किस प्रकार कविताएं समाज का आईना होती हैं किस प्रकार साहित्य जीवन को प्रतिबिंबित करता है और बदले में समाज की मान्यताओं वह जीवन चर्या को स्वयं में समाहित कर स्वयं को समृद्ध बनाता है। जहां शेक्सपियर की कविताएं व कृतियां समाज के कुलीन वर्ग को दर्शाती है तो वही वर्ड्स वर्थ व शैली की कविताएं फ्रांस की क्रांति से प्रभावित स्वतंत्रता, समानता व बंधुत्व की भावना को प्रतिबिंबित करती हैं कविताएं जहां एडिसन व पोप के हाथों सामाजिक सुधार का अस्त्र बनी है तो वही टी. एस.इलियट ने उन्हें मशीनीकरण वह आधुनिकीकरण का मानवी जीवन व विचारों पर हुए प्रभावों को बताने के लिए प्रयोग किया। कार्यक्रम को जीवंत बनाने के लिए मुख्य वक्ता द्वारा विभिन्न गतिविधियों एवं प्रश्नोत्तरी सत्र का भी प्रयोग किया अंत में प्रोफेसर जैमाल डामोर द्वारा मुख्य वक्ता अध्यक्ष अन्य प्राध्यापकों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया गया कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से प्रतिभागी एवं प्राध्यापक सम्मिलित हुए कार्यक्रम में डॉ उषा पोरवाल, प्रो. के.सी.कोठारी प्रो. श्रीकांत शाह, डॉ.अंजना सोलंकी, डॉ. संजू गांधी डॉ. आर. एस .अजनार, डॉ. पीएस डावर ,डॉ.गोपाल भूरिया, डॉ. एसएस चौहान ,डॉ रीना गणावा, डॉ. श्रेया सिन्हा,सुश्री बस्सो पनरिया मैडम ने सहभागिता की।