मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आ खड़े हुए है। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की कई दिनों से चल रही हड़ताल को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार का तानाशाही रवैये के कारण आमजन को लाभ नहीं मिल रहा है। नाथ ने कहा कि प्रदेश के 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मी 15 दिसंबर से हड़ताल पर हैं। प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल पहले से ही खराब है, लेकिन सरकार ने अब तक इस हड़ताल को समाप्त कराने के लिए कोई न्याय प्रिय कदम नहीं उठाया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में बढ़ती ठंड और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोरोना को लेकर जताई जा रही आशंकाओं के बीच यह बहुत जरूरी है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की बात सुनी जाए और मध्य प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं की अव्यवस्था से बचाया जाए। वहीं नाथ ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जैन समाज के पवित्र धार्मिक स्थल सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने का विरोध देश भर में जैन समुदाय द्वारा महीनों से किया जा रहा है। समाज का आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और सरकार निर्णय नहीं ले रही है। मैं भारत सरकार से फिर मांग करता हूं कि जैन समाज की भावना के अनुसार सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित करने का नोटिफिकेशन रद्द करे।