रमेश कुमार पाण्डे
कार्यों मे कोताही बरतने वाले 1 मेडिकल आफिसर सहित 15 एएनएम से स्पष्टीकरण तलब
जिला कटनी – प्रसव की रेफरल प्रकरणों तथा मीजल्स रूबेला जैसी संक्रामक बीमारी के उन्मूलन की समीक्षा के दौरान कलेक्टर अवि प्रसाद के संज्ञान में स्वास्थ्य केंद्र कर्मियों की लापरवाही का मामला सामने आने पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। साथ ही 15 एएनएम और बिलहरी के मेडिकल ऑफिसर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश।
जिले की स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं और गुणवत्ता में सुधार हेतु कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा निरंतर की जा रही समीक्षा बैठकों के दौरान चिकित्सक और एएनएम द्वारा बरती जा रही लापरवाही स्पष्ट होने पर कलेक्टर श्री प्रसाद ने सीएमएचओ को निर्देशित किया कि संबंधितों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए।
कलेक्टर श्री प्रसाद को मीजल्स रुबेला संक्रामक बीमारी की समीक्षा के दौरान पता चला कि 9 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों को एएनएम द्वारा एमआर प्रथम और द्वितीय टीके की खुराक देने में लापरवाही बरती गई है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने इस स्थिति पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मामले में इस प्रकार की कोताही संवेदनहीनता का द्योतक है। इसके लिए 50 प्रतिशत से कम लक्ष्य अर्जित करने वाली सभी 9 एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए।
इन्हें मिला नोटिस
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद सीएमएचओ द्वारा उप-स्वास्थ्य केंद्र खम्हरिया की एएनएम लक्ष्मी कोल, उप स्वास्थ्य केंद्र हिरवारा की एएनएम ममता सिंह, उप स्वास्थ्य केंद्र चाका की एएनएम रजनी पटेल, शहरी क्षेत्र कटनी की एएनएम विशाल कोहरे, राजीव गांधी वार्ड कटनी की एएनएम सुशीला रजक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके साथ ही सावरकर वार्ड कटनी की एएनएम अंजना चौधरी, महात्मा गांधी वार्ड कटनी की एएनएम प्रेमलता सोनी, जालपा देवी वार्ड कटनी की एएनएम सीमा सोनी तथा उप स्वास्थ्य केंद्र गुड़ेहा की एएनएम कैथरीन दास से स्पष्टीकरण तलब कर 2 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
प्रसव के रेफरल मामलों की समीक्षा में कलेक्टर श्री प्रसाद ने बिलहरी के मेडिकल ऑफिसर डॉ विश्वास त्रिपाठी सहित 6 एएनएम को लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने निर्देशित किया। कलेक्टर श्री प्रसाद ने प्रसव के रेफरल प्रकरण की समीक्षा के दौरान कहा कि निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान चार जांच होनी चाहिए। इस मामले में हीलाहवाली बरतना कर्तव्यों के प्रति उदासीनता का द्योतक है। साथ ही बेवजह रूप से प्रसव के प्रकरण को रेफर करना भी जिम्मेदारी से बचने जैसा है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने बिलहरी के मेडिकल ऑफिसर डॉ विश्वास त्रिपाठी द्वारा ग्राम रैपुरा निवासी गर्भवती महिला को प्रसव हेतु जिला चिकित्सालय रेफर किया था। जबकि जिला अस्पताल में महिला का सामान्य प्रसव हुआ। यह प्रसव पीएचसी बिलहरी में किया जा सकता था। इस प्रकार की स्थिति में सुधार लाने की हिदायत देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
रेफरल मामलों में 6 ए एन एम को नोटिस
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद जिन 6 एएनएम को सी एम एच ओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनमे उप-स्वास्थ्य केन्द्र सकरीगढ़ की एएनएम मीरा सोलंकी, उप-स्वास्थ्य केन्द्र गुहावल की एएनएम उमा कोल, उप-स्वास्थ्य केन्द्र कुदरेही की एएनएम राजेश्वरी डेकवारे और उप-स्वास्थ्य केन्द्र बिलहरी की एएनएम कमलेश पटेल तथा उप-स्वास्थ्य केन्द्र शाहनगर की एएनएम एवं उप-स्वास्थ्य केन्द्र रीठी की एएनएम रितु फल शामिल है। इन सभी के द्वारा गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान किसी ने एक तो किसी ने दो ही जांच की है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने इनके इस लापरवाही पूर्ण कार्य को गंभीरता से लेने की हिदायत देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। सीएमएचओ द्वारा सभी को नोटिस भी जारी कर दिया गया है।