अशोक कुमार
दिनांक 15 मार्च से प्रदेश की सभी आशा, उषा आशा पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गई हैं, इसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती लक्ष्मी कोरब प्रांतीय अध्यक्ष मध्य प्रदेश द्वारा बताया गया कि, 2000 में दम नहीं रहा से कम नहीं 10,000 से कम नहीं आदि नारे लगाए गए, और और कार्य करने की समय अवधि बनाई जाए, जब चाहे जब काम करवाने लगते हैं और आशा को 2000 मासिक वेतन मिलता है,
इसको बढ़ाकर आशा उषा कार्यकर्ता को 10,000 एवं आशा पर्यवेक्षक को 15000 मासिक मानदेय दिया जाए. और सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए ।और उनकी मांगों को पूरा किया जाए । हड़ताल का आज चौथा दिन है, सरकार को सद्बुद्धि देने के हवन कार्यक्रम किया जा रहा है. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले की सभी आशा, आशा पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए हड़ताल पर बैठी हैं।