मनीष गर्ग
जिला अशोकनगर मध्य प्रदेश
आज के युग में कहा जाता है कि शासन प्रशासन से जो आदेश निकला उसका पालन करना होता है।
लेकिन एक अनोखा मामला ब्लॉक चंदेरी के ग्राम पंचायत गरेंठी सरपंच पति की मनमानी करते हुए जो भ्रष्टाचार किया गया उसकी जांच का आदेश जिला पंचायत अशोकनगर से 25,11 2022 को निकला था लेकिन आज दिनांक तक भी कोई भी यानी 125 दिन बाद भी कोई। अधिकारी जांच करने नहीं पहुंचा ग्राम में यह आदेश की अवहेलना भ्रष्टाचार भी ऐसा की सरपंच ने खुद के घर पर 14 लाख ₹99000 का सीसी खंरजा स्वयं के घर खेत पर बना हुआ जबकि पंचायती राज्य की 1993 धारा (ग) के तहत सरपंच अपने परिवार को भी लाभ नहीं दिला सकता है ऐसे कई नियम ताक पर रखते हुए दूसरी पंचायतों में तालाब बनवाए मशीनों द्वारा पहाड़ों पर तालाब बनवाएं नदी किनारे तालाब बनवाए गुणवत्ता हीन ।
एक व्यक्ति एक ही समय दिनांक को 75,75 दिन मजदूरी कराई गई ग्राम के कोटवार चौकीदार से भी मजदूरी कराई वह भी छुट्टियों के दिनों में जो व्यक्ति कई सालों से चैन सिंह गैस टैंकर ट्रक ड्राइवर है उससे भी मजदूरी कराई गई। जितने भी पंचायत में सीसी खंरंजा डाले वह भी भ्रष्टाचार एक सीसी दो दो बार स्वीकृत कर पैसा निकाला गया ग्राम पंचायत में 70 से 75 लाख सीसी डाले गए इसमें से 50 लाख सीसी गुण हीन मोटाई सीमेंट नाम मात्र का डाला गया जोकि कोई सीसी 2 दिन भी नहीं टिक पाया पूरा उखड़ गया
64 लाख की सड़क 2018 मुगावली उप चुनाव में प्रभारी मंत्री द्वारा भूमि पूजन किया गया था उस सड़क को नहीं डाला गया पूर्व से बनी हुई सड़क पर पुनिया बनाकर स्वीकृत कर पैसा निकाल लिया गया ।
2011 आर्थिक एवं सामाजिक गणना के अनुसार ग्राम में 300 नाम से भी अधिक प्रधानमंत्री आवास की सूची में से 250से अधिक नाम गरीबों के आवास पात्र होते हुए उनके नाम ग्रामसभा में काटे गए एवं जो रह के नाम क्रम अनुसार नहीं बनवाए गए मनमर्जी कर भ्रष्टाचार किया गया दूसरी क्रम में प्रधानमंत्री आवास जोकि मौके पर आवास पूर्ण भी नहीं है उनको शासन के आंकड़ों को बढ़ाने के लिए जिन आदिवासियों के मकान आज भी अधूरे हैं उनकी गृह प्रवेश सूची बनाकर जिला को भेजी गई कि आवास अपूढ को पूर्ण बता कर गृह प्रवेश किया गया बगैर जांच के झूठे आंकड़े भ्रष्टाचार किया गया परंतु जिले में बैठे आला अधिकारी व क्षेत्र में बैठे मंत्री गण हाथ पर हाथ हाथ धरकर भ्रष्टाचारियों को बचा संरक्षण प्राप्त है सोचने की बात यह है कि शासन का इस तरह के खजाना खाली करने का इन लोगों को सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।