झुंझुनू।एक तरफ देश के सुप्रीमों राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती बड़े धूमधाम से मनाने की बात कर रहे है वहीं झुंझुनू के गांधी उद्यान में लगी गांधी जी की प्रतिमा 150 वीं जयंती पर भी अंधेरे में ही रात गुजारेगी।झुंझुनू जिला प्रशासन भी गांधी जी की 150 वीं जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाने जा रही है वहीं अनेक प्रोग्राम जिला स्तर पर किए जा रहे हैं लेकिन झुंझुनू के नगर परिषद की अगर हम बात करें जिसकी जिम्मेदारी भी बनती है इस पार्क के सार-संभाल की। वह इस प्रकार निष्क्रिय है।उन्हें कोई भी संज्ञा नहीं दी जा सकती।गांधी पार्क की सुध लेने के लिए गांधी जयंती की 150 वीं जयंती से मात्र एक दिन पूर्व ही सिर्फ लीपापोती की जा रही है।जबकी उद्यान सिर्फ नाम का ही बचा है।वहां आमजन के लिए लगाई गई कुर्सियां नगर परिषद की उदासीनता के चलते अपना अस्तित्व खो चुकी है।आज ही लगे हुए है नगर परिषद के कर्मचारी साफ-सफाई व टूटी दीवारों पर लीपापोती करने क्योंकि उन्हें मालूम है कल गांधी जयंती पर बापू के प्रिय जनप्रतिनिधियों व प्रशासन यहीं से गांधी जी के आदर्शों पर चलने का आह्वान करने आने वाले है।एक दिन गांधी जी के नाम,फिर वहां क्या काम ? यही ढर्रा बनकर रह गया है नगर परिषद झुंझुनू का।27 सितम्बर को जिला कलेक्टर रवि जैन जब शहर के निरीक्षण पर थे तब भी पीरू सिंह सर्किल पर स्मारक की दुर्दशा देख कर काफी नाराजगी जताते हुए स्मारकों पर नियमित साफ सफाई,रंग रोगन पौधे लगाने व फोकस लाइट लगाने के निर्देश दिए थे।कलेक्टर साहब के आदेशों पर इतनी जल्दी कार्रवाई करके नगर परिषद अपना वर्षो पुरानी साख क्यों करे खराब?