पालम के महावीर एन्क्लेव में शिलान्यास करने पहुंचे CM Kejriwal
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली स्थित पालम इलाके को अगले साल फरवरी तक विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस एक नया शानदार सरकारी स्कूल मिल जाएगा। गुरुवार को CM Kejriwal ने स्कूल बिल्डिंग की नींव रखी। यह स्कूल फरवरी 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा। स्कूल में 50 क्लासरूम, 9 लैब, दो लाइब्रेरी, एक्टिविटी रूम, लिफ्ट के साथ वातानुकूलित ऑडिटोरियम बनाने के अलावा बास्केटबॉल कोर्ट और इंडोर गेम के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
यहां बच्चे साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम में पढ़ाई कर पाएंगे। इस अवसर पर CM Kejriwal ने कहा कि हमने दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल बनाया है। इसका एकमात्र उद्देश्य ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों को तैयार करना है, ताकि वो देश के लिए ज्यादा से ज्यादा मेडल ला सकें। अगर आजादी के बाद ही देश भर में शानदार सरकारी स्कूल बन गए होते तो आज हमारे देश में एक भी गरीब आदमी नहीं होता। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी, स्थानीय विधायक भावना गौड़, अधिकारी और बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।
पालम के महावीर एन्क्लेव में नई स्कूल बिल्डिंग का शिलान्यास करने पहुंचे CM Kejriwal को एनसीसी कैडेट्स के बैंड ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाए। इस दौरान सीएम समेत अन्य गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्वलित कार्यक्रम की शुरूआत की। CM Kejriwal ने नारियल फोड़कर विधिवत नए स्कूल भवन की आधारशिला रखी।
उन्होंने स्कूल की नाम पट्टिका का लोकार्पण कर बिल्डिंग के मॉडल को भी देखा और बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली विश्वस्तरीय सुविधाएं के बारे में अधिकारी से जानकारी ली। इस दौरान स्कूली बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया और फूलों का गुलदस्ता देकर CM Kejriwal का स्वागत किया।
CM Kejriwal ने कहा पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लैब नहीं होती थी, लेकिन अब हमारे स्कूलों में शानदार 50 क्लासरूम और 9 लैब हैं
इस दौरान CM Kejriwal ने कहा कि जिस भूखंड पर शानदार स्कूल की बिल्डिंग बनाने के लिए आज नींव रखी गई है, वहां पहले कूड़ा पड़ता था। अब यहां कूड़ा नहीं पड़ेगा, बल्कि यहां राष्ट्र निर्माण का काम होगा। यहां अब भव्य और विशाल सरकारी स्कूल बनेगा, जहां हमारे बच्चों का भविष्य बनेगा।
स्कूल में शानदार 50 क्लासरूम और 9 लैब हैं। पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लैब नहीं होती थी, लेकिन अब हमारे स्कूलों में फिजिक्स, कैमेस्ट्री, कंप्यूटर की लैब अलग-अलग होगी। इसके अलावा, स्टाफ रूम और बच्चों के लिए एक्टिविटी रूम होगा।
हमने कभी नहीं सुना था कि सरकारी स्कूलों में वातानुकूलित हॉल बनते हैं। इस तीन मंजिला स्कूल में एक वातानुकूलित हॉल और लिफ्ट होगी। दिल्ली के महंगे प्राइवेट स्कूलों में भी लिफ्ट नहीं है। दिल्ली का सबसे शानदार सरकारी स्कूल पालम में आपके बच्चों के लिए बनेगा।
पिछले कुछ महीनों में मैंने कई स्कूलों का शिलान्यास और उद्घाटन किया है। 10 दिन पहले किराड़ी में चार नए स्कूलों का शिलान्यास किया है, जहां 10 हजार बच्चे पढ़ेंगे। किराड़ी में 6 और नए स्कूलों के साथ कुल 10 नए स्कूल बना रहे हैं। तीन दिन पहले रोहिणी में भी एक नया स्कूल बना है, जहां डेढ़-दो हजार बच्चे पढ़ेंगे।
CM Kejriwal ने कहा कि दिल्ली में हमने एक स्पोर्ट्स स्कूल बनाया है। ऐसा स्कूल पूरे देश में नहीं है। कुछ बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है। उनका मन क्रिकेट, टेबेल टेनिस, कुश्ती, कबड्डी में लगता है। जिन बच्चों का मन खेल में लगता है, उसे अगर बचपन से खेल की सुविधा दे दी जाए तो वह बच्चा देश के लिए ओलंपिक मेडल ला सकता है। ऐसे बच्चों को ध्यान में रखकर हमने दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल और दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई है। अगर आपका बच्चा खेलने में अच्छा है तो उसे स्पोर्ट्स स्कूल में भर्ती करा दो। इस स्कूल में बच्चों को ओलंपिक के लिए तैयार करते हैं।
स्पोर्ट्स स्कूल का एक ही मकसद देश के लिए ओलंपिक मेडल लेकर आना है। दिल्ली सरकार इसके लिए काफी पैसा खर्च कर रही है। अभी ओलंपिक में भारत को बहुत कम मेडल मिलते। हम देखते रह जाते हैं और चीन, जापान, अमेरिका, यूरोप वाले मेडल लेकर चले जाते हैं। हमारे में क्या कमी है। 140 करोड़ लोगों का हमारा देश है।
क्या हम मेडल नहीं ला सकते? इस स्कूल में कैलाशपुरी का रहने वाला बच्चा सूर्यकांत यादव पैरा बैटमिंटन में कई मेडल जीत कर लाया है। यहां पूरे देश से बच्चे इकट्ठा करते हैं। इस बार 15 हजार बच्चों ने आवेदन किया था, जिसमें 200 बच्चों के शॉर्टलिस्ट किया है। उनका खाना-पीना, रहना सब फ्री है। उनको देश के बेस्ट कोच और सुविधाएं दी जा रही हैं।
शिक्षा देने से ही देश की गरीबी दूर हो सकती है, भाषण देने से नही – CM Kejriwal
CM Kejriwal ने कहा कि भारत के 75 साल के इतिहास में शिक्षा के क्षेत्र में पहले कभी भी इतने बड़े स्तर पर काम नहीं किया गया है, जितना दिल्ली में किया गया है। आज एक स्कूल के शिलान्यास कार्यक्रम में इतनी बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा हो रहे हैं, पहले नहीं होते थे। लोगों को अपने बच्चों की चिंता तो थी लेकिन उनको उम्मीद नहीं थी कि हमारे बच्चों को सरकारी स्कूल अच्छा भविष्य मिलेगा।
आज यहां एक उम्मीद से भारी तादात में लोग इकट्ठा हुए है कि हमारा भी बच्चा डॉक्टर- इंजीनियर बनेगा। अब गरीबों के बच्चों के सपने भी पूरे होंगे। आज इतने बड़े स्तर पर स्कूल बन रहे हैं, इन्हें तो 1950 में बन जाना चाहिए था। 75 साल बाद जो काम हम कर रहे हैं, यह 1950, 1951, 1960 में हो गया होता। जब हमारा देश आजाद हुआ था, उसके बाद ही इतने शानदार सरकारी स्कूल बन गए होते तो आज हमारे देश में एक भी गरीब आदमी नहीं होता।
मुझे लगता है कि अगर हमने अपने सारे बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दी तो एक पीढ़ी के अंदर देश से गरीबी दूर हो जाएगी। शिक्षा से ही गरीबी दूर हो सकती है, भाषण देने से गरीबी दूर नही हो सकती। अगर यह काम आजादी के समय में हो गया होता, तो आज हमारा देश गरीब नहीं होता। देश तभी तरक्की करेगा, जब हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलेगी।
CM Kejriwal ने कहा कि देश भर में बहुत महंगाई हो रखी है। अभी हाल ही में केंद्र सरकार के एक सर्वे में सामने आया है कि पूरे देश में सबसे कम महंगाई दिल्ली में है। दिल्ली में कम महंगाई इसलिए है, क्योंकि यहां बिजली, पानी, शिक्षा फ्री है। दिल्ली में ढेरों शानदार नए स्कूल बन रहे हैं। एक बच्चे पर हर महीने तीन से चार हजार रुपए महीने खर्च करने पड़ते थे।, अब वो बच रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में दवाई, टीका और बड़ा ऑपरेशन से लेकर सारा इलाज मुफ्त है। जगह-जगह मोहल्ला क्लीनिक बन रहे हैं।
डीटीसी की बसों में महिलाओं की यात्रा और बुजुर्गों की तीर्थयात्रा फ्री है। इसकी वजह से पूरे देश में दिल्ली के अंदर सबसे कम महंगाई है। उन्होंने कि अब दिल्ली की कच्ची कॉलोनियां पक्की कॉलोनियों से ज्यादा अच्छी लग रही हैं। सारी सड़के बनवा दीं, पानी के कनेक्शन दे रहे हैं। सीवर के कनेक्शन दे रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे लगा रहे हैं। आज पहले ही तुलना में कच्ची कॉलोनियों का हाल बहुत बढ़िया है। 75 साल का काम 5 साल में तो नहीं हो सकता। हम पानी की आपूर्ति और बिल दोनों पर काम कर रहे हैं।
मैं दिल्लीवालों का एक भी काम रूकने नहीं दूंगा, इसके लिए चाहे मुझे इनके पैर ही पकड़ना क्यों न पड़े- CM Kejriwal
CM Kejriwal ने कहा कि लोगों को राशन लेने जाते समय तकलीफ होती होगी। कई बार कुछ राशन वाले कम तौलते हैं और पैसे ज्यादा लेते हैं। कुछ मिलावट करते हैं और गाली-गलौज तक करते हैं, दुकानें नहीं खोलते हैं। मैं जब राजनीति में नहीं आया था, उससे पहले दिल्ली की झुग्गियों सुंदर नगरी, नंदनगरी में काम किया करता था।
वहां रोज हमारी राशन वालों से लड़ाई होती थी। वहां राशन वाले लोगों को बहुत तंग किया करते थे। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने दो साल-तीन साल पहले स्कीम निकाली कि किसी को राशन लेने के लिए दुकान पर जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि सरकार आटा, चावल और चीनी को बोरी में पैक करके हर महीने घर-घर पहुंचाएंगे। इस स्कीम को कैबिनेट ने पास कर दिया।
CM Kejriwal और सभी मंत्रियों ने साइन कर दिए। लेकिन इनकी केंद्र सरकार ने करने नहीं दिया। इसके बाद भगवान ने हमारी सुन ली, क्योंकि हमारी नियत सही थी। हम चोरी रोकना चाहते थे। भगवान ने पंजाब में हमारी सरकार बना दी। अब मैं शनिवार को पंजाब में इस योजना का शुभारंभ करने जा रहे हैं।
पंजाब में अब राशन घर-घर पहुंचाया जाएगा। ये लोग हमारे सारे काम रोकने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्लीवालों ने मुझे सुंदर नगरी की झुग्गियों से उठाकर कहां बिठा दिया है। इस प्यार का अहसान सात जन्मों तक नहीं चुका सकता। मैंने भी ठान लिया है कि चाहे मुझे इनके पैर पकड़ने पड़े या हाथ जोड़ने पड़े, सारे काम कराऊंगा।
CM Kejriwal ने कहा कि पिछले दिनों इन्होंने हमें रोकने के लिए मेरे उपर कई सारे केस कर दिए। कभी ईडी का नोटिस आ जाता है तो कभी सीबीआई का। ऐसा लगता है कि देश का सबसे बड़ा आतंकवादी मैं ही हूं। इन्होंने सारी एजेंसी और पुलिस मेरे पीछे छोड़ रखी है। गीता में लिखा है कि भगवान ने पृथ्वी पर हर इंसान को किसी न किसी उद्देश्य से भेजा है। जो भी इंसान धरती पर पैदा होता है, उसका कुछ न कुछ मकसद जरूर होता है। उनका उद्देश्य झूठे केस बनाकर, नोटिस भेजकर सबको जेल में डालना है।
CM Kejriwal ने कहा कि गलत बिल आए हुए हैं सरकार जल्द ही उन्हें माफ करने की घोषणा करेगी
भगवान ने मुझे आपका स्कूल बनाने, बिजली फ्री करने, पानी का इंतजाम करने, अस्पताल बनाने के लिए पृथ्वी पर भेजा है। उनको अपना काम करने दो, मैं अपना काम करूंगा। मुझे उन लोगों से कोई गिला-शिकवा नहीं है। वो कहते हैं कि केजरीवाल चोर हैं। मैंने दिल्ली और पंजाब में बिजली फ्री कर दी। मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश में इनकी सरकारें हैं, वहां बिजली बहुत महंगी है। बिजली फ्री करने वाला चोर है या बिजली महंगी करने वाला चोर है। दि
दिल्ली और पंजाब में इलाज मुफ्त हो गया। शानदार मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल बन गए। सबके लिए इलाज मुफ्त इंतजाम करने वाला चोर है या सबके लिए इलाज महंगा करने वाला। कह रहे हैं कि मनीष सिसोदिया चोर है। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में गरीबों के बच्चों के लिए शानदार स्कूल बनवाए और उनको भविष्य दिया। इनकी जहां सरकारें है, वहां सरकारी स्कूल बंद करते जाते हैं। वहां के बच्चे महंगे प्राइवेट स्कूल में जाने को मजबूर हैं। गरीबों के बच्चों के लिए शानदार शिक्षा का इंतजाम करने वाला चोर है या फिर गरीबों के बच्चों के स्कूल बंद करने वाला चोर है।
CM Kejriwal ने कहा कि कोरोना के समय बहुत सारे पानी के मीटर की रीडिंग नहीं हुई, कई सारी गलत रीडिंग हुई और गलत बिल बन गए। तब से लोगों को बहुत दिक्कत हो रही है। बहुत सारे लोगों के गलत बिल आए हुए हैं। जिन लोगों को लगता है कि गलत बिल आए हुए हैं, उनको पानी का बिल जमा करने की जरूरत नहीं है। पानी के बिल को ठीक करने की योजना जल्द लेकर आ रहे हैं और ऐसे सारे गलत बिल माफ हो जाएंगे।
अगले साल फरवरी में स्कूल बनकर तैयार हो जाएगा और अप्रैल से दाखिला शुरू हो जाएगा- आतिशी
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि पालम इलाके के बच्चों के लिए एक भी स्कूल की बिल्डिंग नहीं थी। आज हम यहां एक शानदार स्कूल बिल्डिंग की नींव रख रहे हैं, जो 12 महीने से भी कम समय में बन जाएगी और फरवरी महीने में ही CM Kejriwal इसका उद्घाटन करने आएंगे। अप्रैल 2025 से महावीर एन्क्लेव और आस-पास के बच्चे इस शानदार नए स्कूल में एडमिशन ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि CM Kejriwal के नेतृत्व में पिछले 9 सालों में दिल्ली के अंदर शिक्षा क्रांति आई है। इससे पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल होता था। सरकारी स्कूल की बिल्डिंग टूटी फूटी होती थी, टॉयलेट से बदबू आती थी, टेबल-कुर्सी नहीं होती थी और बच्चे टाट-पट्टी पर बैठा करते थे। खिड़कियां, लाइट और पंखे टूटे होते थे, पीने का साफ पानी नहीं होता था। सरकारी स्कूलों में गरीब आदमी मजबूरी में अपने बच्चों को भेजता था। जिसके पास थोड़े भी पैसे होते थे वो अपना पेट काटकर अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल में भेजता था।
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा तीन साल की उम्र से जब बच्चा स्कूल में दाखिला लेता था, तभी उसका भविष्य तय हो जाता था। अगर किसी बच्चे के मां-बाप के पास किसी बड़े प्राइवेट स्कूल की फीस देने के पैसे होते तो उस बच्चे का तीन साल की उम्र में ही अच्छा भविष्य तय हो जाता था, क्योंकि वो प्राइवेट स्कूल में पढ़ेगा। फिर किसी अच्छे कॉलेज में दाखिला लेगा और अच्छी नौकरी या बिजनेस करेगा। वहीं, जिसके मां- बाप के पास पैसे नहीं थे और वो मजबूरी में अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में भेजते थे।
उस समय के आंकड़े बताते हैं कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 50 फीसदी से ज्यादा बच्चे 12वीं से पहले पढ़ाई छोड़ देते थे। क्योंकि तब सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं था। इसलिए पढ़ाई पूरी करने के बाद बच्चों को अच्छी नौकरी भी नहीं मिलती थी। फिर वो छोटे-मोटे काम करने के लिए मजबूर होते थे। उन्होंने कहा कि कोई काम छोटा-बड़ा नहीं होता है, लेकिन हर बच्चे को बराबर का अवसर मिलना जरूरी है। अगर उस बच्चे को अच्छी शिक्षा मिली होती तो शायद वो भी मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी पोस्ट पर काम कर रहा होता या फिर अपना बिजनेस चला रहा होता।
पिछले 10 सालों में सरकारी स्कूलों का काया पलट हो गया, हर हफ्ते किसी न किसी स्कूल का उद्घाटन या शिलान्यास हो रहा है- आतिशी
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्लीवासियों का सौभाग्य है कि उन्हें अरविंद केजरीवाल जैसा मुख्यमंत्री मिला है, जिसने आपके बच्चों के हाथ की लकीरों को बदल डाला है। सरकारी स्कूल में विश्वस्तरीय सुविधाएं देकर आपके बच्चों का भविष्य बदल डाला है। पिछले 10 सालों में सरकारी स्कूलों का काया पलट हो गया है। पूरी दिल्ली में नए-नए स्कूल बन रहे हैं।
पिछले एक हफ्ते से CM Kejriwal रोज किसी न किसी स्कूल का शिलान्यास या उद्घाटन कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों के टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजा गया। उन्होंने कहा कि CM Kejriwal चाहते हैं कि अमीर-गरीब सभी बच्चों को एक समान और अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। पिछले 9 साल की मेहनत का नतीजा अब हमारे सरकारी स्कूल दिखाई दे रहा है। हमारे स्कूलों ने प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है।
पिछले 7 साल से लगातार सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आ रहे हैं। सरकारी स्कूलों से हर साल एक हजार से ज्यादा बच्चे जेईई और नीट क्लीयर कर देश के नामी इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में दाखिला ले रहे हैं। पिछले कुछ सालों में तीन लाख से ज्यादा बच्चों ने प्राइवेट स्कूल से अपना नाम कटवाकर सरकारी स्कूल में दाखिला लिया है। यही CM Kejriwal की शिक्षा क्रांति है। पहले प्राइवेट स्कूलों में दाखिले के लिए लाइन लगती थी, आज स्कूल ऑफ स्पेशिलाइज्ड एक्सीलेंस में दाखिले के लिए लाइन लगती है।
दिल्ली के पालम स्थित द्वारका सेक्टर एक में यह शानदार स्कूल सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा
दिल्ली के पालम स्थित द्वारका सेक्टर एक में यह शानदार स्कूल बनाया जाएगा। इसकी बिल्डिंग भूत के अलावा तीन मंजिला होगी। जुलाई 2007 में डीडीए द्वारा शिक्षा निदेशालय को यह जमीन आवंटित की गई थी। ये स्कूल फरवरी 2025 तक बन कर तैयार हो जाएगा। यह स्कूल 4000.203 वर्ग मीटर यानि लगभग एक एकड़ में बनेगा। इसमें 80 बड़े कमरे बनाए जाएंगे।
जिसमें ग्रीन बोर्ड और फर्नीचर के साथ 50 क्लासरूम होंगे। स्कूल में 9 लैब, 2 लाइब्रेरी, ऑफिस, स्टाफ रूम और एक्टिविटी रूम बनाए जाएंगे। इसके अलावा हर फ्लोर पर टॉयलेट ब्लॉक और एक लिफट होगी। यहां 150 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक एयर कंडीशंड मल्टी पर्पज हॉल भी बनाया जाएगा। साथ ही बच्चों के खेलने के लिए बास्केटबॉल कोर्ट और इन्डोर गेम की भी सुविधाएं होंगी।
पालम इलाके में इस समय सरकारी स्कूल के दो भवन हैं, जिसमें तीन स्कूल अलग-अलग पाली में चलते हैं। इसमें एसकेवी और एसबीवी विजय एन्क्लेव में 4,249 और द्वारका सेक्टर 2 के गवर्नमेंट कोएड एसएसएस में 2,900 छात्र पढ़ रहे हैं। कुल मिलाकर इन तीन स्कूलों में 7,149 बच्चे पढ़ रहे हैं। इसमें से केवल गवर्नमेंट कोएड एसएसएस में ही साइंस स्ट्रीम की सुविधा है। दिल्ली सरकार द्वारा बनाई जा रही इस नई बिल्डिंग में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स तीनों पढ़ाया जाएगा।
इस नई स्कूल बिल्डिंग के बनने के बाद इस वक्त जिन दो बिल्डिंग्स में तीन स्कूलों का संचालन हो रहा है उनका बोझ कम हो जाएगा और छात्र-कक्षा अनुपात में भी सुधार होगा। इसका प्रभाव दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पालम इलाके में महावीर एन्क्लेव, विजय एन्क्लेव और सीतापुरी क्षेत्रों जैसे इलाकों तक होगा और यहां रहने वाले बच्चों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इस घनी आबादी वाले इलाके से बड़ी संख्या में बच्चे यहां पढ़ने आते हैं। मौजूदा दोनों स्कूलों में से किसी में भी मल्टी परपज हॉल नहीं है। इस नए स्कूल का संचालन शुरू होने से इसकी कमी खत्म हो जाएगी।
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