‘स्पर्श’ जागरूकता अभियान को लेकर आईएएस नवीन जैन 23 नवंबर को आएंगे झुंझुनू

News Desk
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सेफ टच, अनसेफ टच की थीम के साथ राज्य में की जा रही है अभिनव पहल, 23 को विभिन्न स्कूलों में होंगे कार्यक्रम

झुंझुनू। नौनिहालों व बच्चों के साथ हो रही छेड़छाड़ व यौन शोषण रोकथाम को लेकर सीनियर आईएएस नवीन जैन की ओर से राज्य में शुरू किए गए जागरूकता अभियान ‘स्पर्श’ की टीम 23 नवंबर को झुंझुनू में होंगी और इसी दिन आईएएस नवीन जैन सहित उनकी टीम जिला मुख्यालय सहित नवलगढ़, डूंडलोद, पिलानी, चिड़ावा,सूरजगढ़ आदि जगहों पर करीब दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित करेंगी। सामाजिक सरोकार का यह अभियान में जिला प्रशासन सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, श्रम एवं रोजगार, महिला अधिकारिता आदि विभागों के समन्वय से आयोजित होगा। इन कार्यक्रमों में शिक्षा विभाग का भी अहम सहयोग रहेगा। जिले के अधिकारियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं सरकारी सहित निजी स्कूलों ने इसे एक सराहनीय पहल बताते हुए गुड टच, बैड टच कार्यक्रम पूरे जिले में करवाने करवाने की बात कह रहे हैं। इसके लिए जिला स्तरीय टीम तैयार की जाएगी, जिन्हें आईएएस नवीन जैन 23 नवंबर को समसपुर रोड़ स्थित झुंझुनू स्कूल के ऑडिटोरियम में प्रातः 8 से 9 बजे तक प्रशिक्षण भी देंगे। इसके बाद यहीं से प्रथम सत्र देकर अभियान की जिले में शुरुआत भी करेंगे। स्पर्श अभियान में कोई भी इच्छुक व्यक्ति जुड़ कर वोलियन्टर के रूप में बच्चों को गुड टच बेड टच की जानकारी देकर उन्हें बाल यौन शोषण से बचा सकता है। इसके लिए जिला श्रम कल्याण अधिकारी अरुणा शर्मा, चिकित्सा विभाग के जिला आईईसी समन्वयक डॉ महेश कुमार, शिक्षा विभाग के एडीईओ कमलेश तेतरवाल से सम्पर्क किया जा सकता है।
जिला आईईसी समन्वयक डॉ महेश कुमार ने बताया कि मासूम बच्चों के साथ हो रहे दुष्कर्म, यौन शोषण व छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए के लिए ‘स्पर्श‘ अभियान की शुरूआत राज्य में की गई है। इसके तहत राज्य के 10 से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं जिसमे एक लाख से अधिक बच्चों को स्पर्श अभियान के जरिये गुड टच बेड टच की जानकारी दी जा चुकी हैं इसी कड़ी में 23 नवंबर को झुंझुनू जिले की दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि नवीन जैन ने इससे पूर्व लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए भी “डॉटर्स आर प्रिशियस” नामक जन जागरूकता का अभियान चलाया था जो बहुत अधिक सफल बना उसी की बदौलत राज्य के बाल लिंगानुपात में अपेक्षित सुधार सम्भव हो सका । आईएएस नवीन जैन ने बताया कि डेप की भांति स्पर्श भी बाल यौन शोषण व उत्पीड़न की रोकथाम में मील का पत्थर साबित होगा अब तक इस अभियान में उत्साहजनक नतीजे सामने आ रहे। स्पर्श को लेकर बच्चों सहित सभी मे क्रेज देखने को मिल रहा है।

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