दिनांक 3 दिसंबर 2019 को सिंगरौली जिले में विस्थापितों के साथ कंपनी के सौतेले व्यवहार। के विरोध में विस्थापितों को लेकर उनके हक की लड़ाई लड़ने हेतु एक बार फिर युवा चर्चित नेता बेरोजगार युवाओं व वीस्थापीतो को सामने खड़ा कर कंपनी के कार्यों को बंद करने की गुहार लगा रहे है
सिंगरौली जिले के मेढौलि के विस्थापितों ने किया उग्र आंदोलन उनकी मुख्य मांगे थे नियमित रूप से मुआवजा एवं विस्थापितों को रोजगार के अवसर प्रदान कराना।
कई दिनों से ज्ञापन के माध्यम से एनसीएल जयंत परियोजना को सूचित किया जा रहा था।
और ज्ञापन के माध्यम से मांग की जा रही थी। लेकिन एनसीएल जयंत परियोजना के अधिकारी केवल आश्वासन ही दे रहे थे, इसलिए विस्थापितों ने मजबूर होकर आज उग्र आंदोलन कर जयंत परियोजना के कार्य को पूर्ण रूप से बंद कराया।
और मांग पूरी ना होने पर आगे भी हफ्तों एवं महीनों तक कार्य को बंद कराने को मजबूर होंगे। अगर मांगे पूरी नहीं होती है तो इस आंदोलन को उग्र होने से कोई नहीं रोक सकता ।
वही विस्थापितों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने को कई युवा नेता उपस्थित रहे।
इसमें इनकी भूमिका रही,,,,
कुंदन पांडेय,नीलेश तिवारी, पवन पांडे, महेश, ओम प्रकाश पांडे, आशीष, उमेश पांडे, रामपाल तिवारी और भी सैकड़ों विस्थापित अपने मांगों को लेकर हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।
देखना यह है कि कंपनी प्रबंधन विस्थापितों को किस प्रकार मुआवजा व रोजगार प्रदान करते हैं ।
मेढौलि के विस्थापितों ने किया उग्र आंदोलन-आंचलिक ख़बरें-अजय पांडेय
Leave a Comment
Leave a Comment