चकाडोरी आश्रम में भव्य धार्मिक आयोजन, श्री राम महायज्ञ की तैयारियां शुरू
अखंड रामायण पाठ और संकीर्तन से गूंजा चकाडोरी धाम, भक्तों में भक्ति का उत्साह
धर्म ध्वजा स्थापना के साथ श्री राम महायज्ञ की शुरुआत, 12 से 20 मई तक होगा आयोजन
चकाडोरी आश्रम में धार्मिक अनुष्ठान एवं श्री राम महायज्ञ की तैयारियां शुरू
ककरबई (झांसी), धर्म और आस्था का अद्भुत संगम मंगलवार को ककरबई के समीप स्थित चकाडोरी आश्रम में देखने को मिला। यहां श्रद्धालुओं और संतों के सान्निध्य में भव्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत अखंड रामायण पाठ, सुंदरकांड पाठ, राम नाम संकीर्तन और हवन-पूजन का विधिपूर्वक संपन्न हुआ। इस पूरे आयोजन में भक्तों का उत्साह और आध्यात्मिकता का वातावरण देखने लायक था।
इसी क्रम में, आगामी 12 मई से 20 मई तक आयोजित होने वाले “श्री राम महायज्ञ” की तैयारी भी शुरू हो गई है। यज्ञ आयोजन के शुभारंभ के रूप में मंगलवार को धर्म ध्वजा स्थापित की गई, जिसे मंत्रोच्चार और विधिपूर्वक पूजा-पाठ के साथ फहराया गया। इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और धर्म के इस पावन पर्व के साक्षी बने।
अखंड रामायण पाठ और संकीर्तन से गूंजा चकाडोरी धाम
धर्म और अध्यात्म से ओत-प्रोत इस आयोजन में श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। धार्मिक अनुष्ठानों की शुरुआत अखंड रामायण पाठ से हुई, जिसमें श्री रामचरितमानस के प्रत्येक दोहे और चौपाइयों का पवित्र पाठ किया गया। इसके पश्चात सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ, जिसमें भक्तों ने हनुमानजी के जयघोष के साथ श्रद्धा पूर्वक राम कथा का श्रवण किया।
इसके साथ ही राम नाम संकीर्तन की मधुर ध्वनि से पूरा आश्रम गुंजायमान हो उठा। भक्तों ने “राम-राम” के नाम का जाप करते हुए भक्ति रस में डूबकर भगवान श्रीराम का गुणगान किया। यह संकीर्तन पूरे दिनभर चलता रहा, जिसमें स्थानीय भक्तों के अलावा दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने भी हिस्सा लिया।
हवन-पूजन और धर्म ध्वजा स्थापना
आयोजन के मुख्य आकर्षणों में से एक था हवन-पूजन, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच श्रद्धालुओं ने आहुति देकर अपने पापों का नाश और पुण्य अर्जित करने का संकल्प लिया। पंडितों और विद्वानों द्वारा विधिवत मंत्रों के उच्चारण के साथ धर्म ध्वजा पताका की स्थापना की गई।
यह ध्वजा श्री राम महायज्ञ के शुभारंभ का प्रतीक है, जो 12 मई से 20 मई तक आयोजित किया जाएगा। इस यज्ञ में अनेक संत, विद्वान, श्रद्धालु और भक्तगण शामिल होंगे।
महायज्ञ में कन्या विवाह का आयोजन
चकाडोरी धाम में आयोजित होने वाले श्री राम महायज्ञ में सामाजिक कार्यों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसी कड़ी में हरिप्रकाश गुप्ता “हाटी वालों” ने घोषणा की कि इस पावन अवसर पर एक कन्या के विवाह का आयोजन उनकी ओर से किया जाएगा। कन्या विवाह को भारतीय संस्कृति में महान पुण्य का कार्य माना जाता है, और यह आयोजन समाज में समरसता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करेगा।
इस घोषणा के बाद वहां मौजूद श्रद्धालुओं में हर्ष और उल्लास का माहौल बन गया। यह आयोजन उन परिवारों के लिए एक प्रेरणा बनेगा जो आर्थिक कारणों से अपनी कन्याओं के विवाह में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
महंत राकेशदास जी महाराज के सान्निध्य में संपन्न हुआ आयोजन
सभी धार्मिक क्रियाकलापों का संचालन आश्रम के महंत राकेशदास जी महाराज के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने भक्तों को धर्म और अध्यात्म का संदेश दिया और कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन संपूर्ण मानव जाति के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने श्रद्धालुओं को सत्कर्म करने और राम नाम के जाप से जीवन को सफल बनाने की प्रेरणा दी।
महंत जी ने यह भी बताया कि आने वाले श्री राम महायज्ञ में अनेक धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विद्वानों के प्रवचन, भजन-कीर्तन, हवन और विभिन्न सेवा कार्य शामिल होंगे।
भव्य भंडारे में श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद
धार्मिक अनुष्ठान के समापन के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और संत-महात्माओं से आशीर्वाद लिया। भंडारे के दौरान श्रद्धालुओं को खिचड़ी, पूरी-सब्जी, हलवा और अन्य पारंपरिक व्यंजन परोसे गए।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का गौरव
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों और समाजसेवियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने अपनी आस्था और समर्थन के साथ आयोजन की भव्यता को और अधिक बढ़ाया।
सभी ने आयोजन की भव्यता और पवित्रता की सराहना की और श्री राम महायज्ञ में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
श्री राम महायज्ञ के महत्व और धार्मिक लाभ
श्री राम महायज्ञ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह समाज में शांति, समृद्धि और सद्भाव को भी बढ़ावा देता है। इस यज्ञ के आयोजन से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और लोगों को आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।
यज्ञ में भाग लेने के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
1. पापों का नाश: इस यज्ञ में भाग लेने से व्यक्ति के पाप समाप्त होते हैं और वह आध्यात्मिक रूप से शुद्ध हो जाता है।
2. परिवार में सुख-शांति: श्री राम महायज्ञ में भाग लेने से परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
3. स्वास्थ्य लाभ: यज्ञ में हवन से उत्पन्न औषधीय धुआं पर्यावरण को शुद्ध करता है और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
4. धन-धान्य की वृद्धि: धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस प्रकार के यज्ञ में भाग लेने से घर में धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती।
समाज में बढ़ती धार्मिक जागरूकता
चकाडोरी आश्रम में आयोजित यह धार्मिक कार्यक्रम समाज में आध्यात्मिकता और धार्मिकता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे आयोजनों से लोगों में धार्मिक जागरूकता फैलती है और उन्हें धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
श्री राम महायज्ञ का आयोजन इस पवित्र उद्देश्य से किया जा रहा है कि समाज के सभी वर्गों को भगवान श्रीराम के आदर्शों से जोड़कर उन्हें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जाए।
चकाडोरी आश्रम में मंगलवार को आयोजित धार्मिक कार्यक्रम अत्यंत भव्य और प्रेरणादायक रहे। इस आयोजन ने न केवल आध्यात्मिकता को बढ़ावा दिया बल्कि श्रद्धालुओं को श्रीराम भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी दी। अब सभी भक्तगण 12 मई से 20 मई तक होने वाले श्री राम महायज्ञ की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जहां भक्ति, सेवा और आध्यात्मिकता का महासंगम देखने को मिलेगा।
झाँसी उत्तर प्रदेश से नासिर खान की रिपोर्ट देखते रहिये आपका अपना चैनल आंचलिक खबरें अपनों की खबर आप तक