सुपौल-खुले आम हो रहा है अवैध आरा मिलों का संचालन-आंचलिक ख़बरें-नजीर आलम के साथ राहुल झा

News Desk
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सुपौल जिले के विभिन्य छेत्रों में छोटे मशीन की आर में खुले आम होरहा है अवैध आरा मिलों का संचालन ।
जिला के करिहो के कुछ ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी को एक आवेदन देकर जिले भर में चल रहे अवैध आरा मिल व उनके संचालकों पे कार्यवाही की मांग की है ।ग्रामीणों का कहना है के को गाँव की ही श्याम सुंदरी देवी ने कुछ बर्ष पूर्ब एक आवेदन देकर इन आरा मिलो के अवैध संचालन पे कार्यवाही की अपील की थी ।पर बिभाग द्वारा खानापूर्ति भर मात्र कार्यवाही कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया । अब भी कई मिल संचालक अपने मिल का स्थान बदल कर तो कुछ उसी स्थान पर खुले आम मिल की संचालन कर रहे हैं। अब भी दर्जनों अवैध आरा मिल पे रोज कई मोटे मोटे लकड़ियों की चिराई व भंडारण जारी है
वही कुछ आरा मिल संचालकों का कहना है कि सरकार द्वारा फ़र्नीचर कार्यों केलिए कुछ सरतो पे छोटे आरा मिल फ्री किये गए हैं ।और हम लोग गोल लकड़ी की कटाई नही करते है ।पर जमीन पे हकीकत कुछ और ही है लगभग आरा मिलो पे मोटी मोटी लकड़ियों का भण्डारण व चिराई आप भी देख सकते है।

सुनिये इस मामले पे कय कहते है वन बिभाग के पदाधिकारी-

तो सुना आपने जहाँ विभाग ये कह रहा है के शिकायत के आधार पे इन अवैध आरा मिलो को जप्त कर लीगई वउनके बिरुद्ध कार्यवाही भी की गई वहीं जमीनी हकीकत ये है के करिहो ग्राम स्थित एक आरा मिल संचालक अपने मिल को पथरा में चला रहे हैं और एक करिहो में पुराने स्थान पे ही खुले आम मोटी मोटी गोल लकड़ी की भण्डारण व चिराई करते नजर आजाएंगे ।

हमारे कैमरे में कैद ये ताजा दृश्य करिहो के राजकुमार मिस्त्री के मिल का है आप इसे देखकर खुद अंदाजा लगा सकते है के यहाँ कय होरहा है ।

है रामदत्तपट्टी के घुरघुर चौक स्थित बिजय कुमार का आरा मिल इनपर भी कुछ बर्ष पूर्व बिभागीय कार्यवाही हुई थी पर यहाँ का दृश्य खुद अपनी कहानी बयां कर रही है ।सुनिय इसके संचालक का ये बयान जो कैमरे में कैद होगई।

अब सवाल ये उठता है के इतने निश्चिन्त होकर खुलेआम ये लोग बिना निबंधन के अपने मिलो को कैसे संचालन कर रहे हैं ।और कब छेत्रिय बन पदाधिकारियो की इस ओर ध्यान जाती है ।

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