Operation Sindoor, Indian Delegation Ready to Expose Pakistan: भारत ने सौंपे ऐसे सबूत कि अमेरिका भी मान बैठा , आतंक को पालता है पाकिस्तान
भारत सरकार ने दुनिया के सामने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है। भारत के सौंपे गए सबूतों से अमेरिका भी पाकिस्तान को आतंक का मसीहा मानने पर मजबूर हो गया।
Indian Government Globally Exposed Pakistan: आतंकवाद को पनाह देने वाले उसके आका पाकिस्तान के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। भारत सरकार ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बेनकाब करने का पूरा प्लान तैयार कर लिया है। भारत ने 3 सर्वदलीय डेलीगेशन को विदेश में पाकिस्तान को लताड़ लगाने के लिए तैयार कर लिया है। मंगलवार को विदेश मंत्रालय के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने विदेश भेजे जा रहे डेलीगेशन को ब्रीफिंग दी। लगभग डेढ घंटे तक चली इस ब्रीफिंग में विदेश सचिव ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी ( Pahalgam Attack) हमलें और 7 मई को हुए ऑपरेशन सिंदूर ( operation Sindoor) के बारे में विस्तार से बताया।
विदेश सचिव ने डेलीगेशन ब्रीफिंग में क्या कहा, Indian Delegation Briefing
भारत ने पाकिस्तान को आइना दिखाने के लिए कमर कस ली है। विदेश यात्रा से पहले विक्रम मिसरी ने डेलीगेशन को ब्रीफिंग के दौरान उन सभी बातों के बारे में बताया। जिसमें पहलगाम हमले से लेकर भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई शामिल थी। विदेश सचिव ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत अपने पक्ष को दुनिया के सामने रखे। भारत आतंक को पनाह देने वाले पाकिस्तान के झूठे प्रोपेगेंडा को बेनकाब करे। पाकिस्तान की आतंक में लिप्त होने की भूमिका सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है। बल्कि अमेरिका हुए 26/11 हमला हो या फिर ब्रिटेन की ट्यूब ट्रेन में धमाका हो। इसके पीछे पकिस्तान खड़ा रहा है। सबसे बड़ा उदाहरण तो ओसामा बिन लादेन का एबटाबाद में पाया जाना सबसे बड़ा सबूत है। जिसे पाकिस्तान सरकार पहले नकारती रही है।
डेलीगेशन को दिए जायेंगे डोजियर, Indian Delegation Shows Proof to the UNSC
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि जिन देशों में 3 सर्वदलीय डेलीगेशन भेजा जाएगा। उनका चयन सरकार ने बहुत ही रणनीतिक रूप से किया है। विदेश जाने वाले डेलीगेशन को पाकिस्तान को दुनिया के सामने उजागर करने के लिए सबूत और डोजियर दिए जायेंगे। ये सबूत और डोजियर भारत का पक्ष मजबूत करने में काम आयेंगे। जिन देशों में भारत का डेलीगेशन जाएगा। वहां भारतीय दूतावास के अधिकारी भी सभी बैठकों में मौजूद रहेंगे। बता दें कि पाकिस्तान वर्तमान समय में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ( UNSC) का अस्थाई सदस्य है। अभी पाकिस्तान 17 महीने और इस पद पर काबिज रहेगा। सरकार का मकसद है कि UNSC में जब पाकिस्तान अपना झूठा पक्ष रखे तो बाकी देश उसके झूठ के पुलिंदे से पहले से वाकिफ हो। भारत जिन देशों में अपना डेलिगेशन भेज रहा है। उनमें 15 देश अभी भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य हैं। जबकि 5 देश आने वाले समय में सदस्य बनने वाले हैं।
सिंधु जल समझौते पर भारत का रुख साफ, Indus Water Treaty
Indus Water Treaty: पहलगाम आतंकी हमलें के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया था। जिसे लेकर पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC ) में विक्टिम कार्ड का दांव चल सकता है। विदेश सचिव ने बताया कि सिंधु जल समझौते को रद्द नहीं सिर्फ स्थगित किया था। इस बीच डेलीगेशन सदस्यों ने विक्रम मिसरी से कुछ सवाल – जवाब किए। इस पर एक सदस्य ने कहा कि सिएरा लियोन, लाइबेरिया और कांगो देश खुद ग्रह युद्ध की चपेट में हैं। तो ऐसे देशों में जाने से क्या होगा। कांगो जैसे देश अपने पड़ोसी देशों और स्थानीय राजनीति से प्रभावित है। ऐसे में ये देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत को वोट कर सकते हैं।
22 मई से शुरू होगी डेलीगेशन की यात्रा
ऑपरेशन सिंदूर (operation Sindoor) की सफलता के बाद आतंकवाद मुद्दे पर पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने के लिए भारतीय डेलीगेशन 22 मई से यात्रा शुरू करेगा। ये यात्रा 5 जून तक चलेगी। दौरे पर 51 नेता शामिल होंगे। इनमें सांसदो के अलावा पूर्व मंत्री और पूर्व राजदूत शामिल हैं। चुने गए डेलीगेशन सदस्य में निशिकांत दुबे, फांगनोन कोन्याक, असुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह सिंधु, गुलाम नबी आजाद, राजदूत हर्ष श्रंगला, प्रियंका चतुर्वेदी, एमजे अकबर,सलमान खुर्शीद, राजदूत मोहन कुमार,बांसुरी स्वराज,मोहम्मद बशीर,तेजस्वी सूर्या जैसे नाम शामिल हैं
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