Trump and Musk relationship Breakdown : डोनाल्ड ट्रंप निकले दगाबाज, अपने ही जिगरी दोस्त को दिखाया ठेंगा, दोस्ती में पड़ी दरार
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सबसे जिगरी दोस्त को धोखा दे दिया है। उनके दोस्त ने एलान किया कि उनका ट्रंप और अमेरिकी सरकार से कोई लेना देना नहीं है।
Trump and Musk friendship Break down: अड़ियल, जिद्दी, मतलबी , नासमझ जितना कुछ भी कहें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ये शब्द कम ही पड़ जायेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सत्ता में आते ही कुछ ऐसा करने लगे है। जिससे वो खुद की नजरों में तो महान बन रहे हैं। लेकिन दुनिया उन्हे किसी और ही नजर से देख रही है। विश्व समुदाय के राजनीतिक विश्लेषक और मीडिया जानना चाह रही है कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप की मंशा क्या है। वो क्या करने की कोशिश कर रहे हैं। अब खबर आई है कि डोनाल्ड ट्रंप और उनके जिगरी दोस्त एलन मस्क के बीच दरार पैदा हो गई है। पहले तो एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप के मल्टी ट्रिलियन विधेयक की आलोचना की। फिर बुधवार 28 मई को ने ट्रंप सरकार से दूरी बना ली। एलन मस्क ने DOGE ( Department of Government Efficiency) के पद से इस्तीफा दे दिया। एलन मस्क के इस फैसले पर डोनाल्ड ट्रंप ने अभी कोई प्रतिक्रिया नही दी है। लेकिन माना जा रहा है कि दोनों ही दोस्ती में दरार पड़ गई है।
ट्रंप – मस्क की दोस्ती में क्यों आई दरार
टेस्ला और स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क ने अमेरिकी चुनावों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का खुलकर समर्थन किया था। मस्क ने ट्रंप के चुनावी प्रचार में पानी की तरह पैसा बहाया था। अमेरिका के साथ – साथ दुनिया ने ट्रंप और मस्क की दोस्ती देखी थी। डोनाल्ड ट्रंप ने एक चुनावी सभा में एलन मस्क को अपना सबसे बेस्ट फ्रेंड भी कहा था। लेकिन अब दुनिया दोनों की दोस्ती को देखकर नए – नए कसीदे पढ़ रही है। मस्क की टिप्पणियों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। जानकारों का कहना है कि एलन मस्क का यह कदम ट्रंप की टीम के भीतर बढ़ती असहमतियों को दर्शाता है। मस्क को लगा था कि ट्रंप के सत्ता में आने के बाद उन्हें फायदा होगा। लेकिन पिछले कुछ महीनों से टेस्ला की बिक्री में बड़ी गिरावट देखी गई है। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालते ही एलन मस्क और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो के बीच कहासुनी भी देखी गई। इतना ही नहीं काम को लेकर मस्क की आक्रामकता शैली और सरकारी कर्मचारियों को कार्य रिपोर्ट को प्रस्तुत करने का आदेश भी खूब सुर्खियां में रहा। अमेरिकी मीडिया में ये चर्चा चलने लगी hsi कि डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के रिश्ते अब कमजोर हो रहे है। अगर समय रहते नहीं संभले तो एलन मस्क को परेशानी उठानी पड़ सकती है।
ट्रंप के किस विधेयक को लेकर मस्क हैं नाराज
जिस विधेयक को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क की दोस्ती के बीच दरार पैदा हुई है वो विधेयक वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट है। यह एक आर्थिक विधेयक है। जिसे ट्रंप लाने की घोषणा कर चुके हैं। इस विधेयक के आने से मल्टी ट्रिलियन डॉलर के टैक्स ब्रेक, रक्षा बजट में भारी वृद्धि और आव्रजन नियंत्रण उपाय से जुड़े खर्चों के लिए लाया जा रहा है। यह सरकारी बिल को बढ़ाने वाला बिल है। वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट को लेकर ही एलन मस्क ने ट्रंप की आलोचना की है। मस्क ने कहा था कि यह विधेयक सरकारी घाटे को कम नहीं बल्कि और बढ़ा देगा। इससे DOGE टीम का काम कमजोर होगा। इस बिल और और अच्छा किया जा सकता है।
क्या है ट्रंप का वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट
इस बिल के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में कहा था कि मैं खुद इस बिल के कुछ हिस्सों से खुश नहीं हूं लेकिन हम देखेंगे आगे क्या हो सकता है। यह भी जानते है कि आखिर इस बिल में ऐसा क्या है। जिसे लेकर एलन मस्क नाराज हैं।
- वन बिग ब्यूटीफुल बिल में 2017 की टैक्स कटौती को अगले दस सालों तक बढ़ाने का प्रस्ताव है।
- इस बिल के आने से सीमा सुरक्षा खर्च में इजाफा होगा
- स्वास्थ्य सहायता पर कड़े नियम लागू होंगे।
- स्वच्छ ऊर्जा छूट को कम करेंगे।
- सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों में कुछ कटौती की जाएगी।
वन बिग ब्यूटीफुल बिल को लेकर क्या है जानकारों की राय
वन बिग ब्यूटीफुल बिल बिल डोनाल्ड ट्रंप की घोषित योजना का हिस्सा है। जिसे वो गोल्डन एज की शुरुआत का हिस्सा मानते हैं। वहीं इस बिल को लेकर जानकारों का कहना है कि इसकी वजह से देश का घाटा बढ़ सकता है। इसके लागू होने के बाद अगले दस वर्षो में घाटा 4 ट्रिलियन डॉलर बढ़ेगा। जबकि ट्रंप प्रशासन का कहना है कि वन बिग ब्यूटीफुल बिल लागू होने से 1.6 ट्रिलियन डॉलर की बचत होगी। साथ ही 5.2% की आर्थिक वृद्धि भी करेगा। बता दें कि अमेरिकी संसद में वन बिग ब्यूटीफुल बिल 214- 215 वोटों से पारित हुआ।
यह बहुत कम बहुमत से पास हुआ। इस बिल को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी के अंदर ही मतभेद देखने को मिला था। जहां fiscol hawks नाम के सांसद ने इसका विरोध किया। सीनेट में अब इस बिल पर फिर बहस होगी। हो सकता है बिल रद्द भी हो जाए।
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